बेंगलूरु। श्री विश्व विज्ञान विद्या आध्यात्मिक पीठ के नौवें पीठाधिपति डाॅ. उमर अली शाह ने कहा कि विज्ञान ज्योति हमारे दैनिक जीवन में कई समस्याओं को हल करने का रास्ता प्रदान करती है। ऐसा कहा जाता है कि कोई व्यक्ति तब श्रेष्ठ हो जाता है जब वह अरिशद्वर्गों पर विजय प्राप्त कर लेता है।इसलिए हर मनुष्य को आसुरी वृत्ति त्यागकर आध्यात्मिक दर्शन अपनाने की सलाह दी जाती है। उन्होंने कहा कि साहित्य जीवन की कठिनाइयों को झेलने का आत्मविश्वास प्रदान करता है। डाॅ. उमर अली शाह ने कहा कि विज्ञान ज्योति हमारे दैनिक जीवन में कई समस्याओं को हल करने का मार्ग दर्शन करती है।उन्होंने इस मौके पर कन्नड़ भाषा में बात कर दर्शकों को प्रभावित किया।
रविवार को बेंगलुरु के श्री कृष्ण देवराय कलामंदिरम में आयोजित “विज्ञान ज्योति” ग्रंथ के कन्नड़ में अनूदित पुस्तक के लोकार्पण समारोह में डाॅ. उमर अली शाह बतौर विशिष्ट अतिथि अपने उद्गार व्यक्त कर रहे थे।गौरतलब है कि “विज्ञान ज्योति” का लेखन डाॅ. उमर अली शाह ने तेलुगू भाषा में किया था।अब तक इस ग्रंथ का अनुवाद हिंदी व अंग्रेजी भाषाओं हो चुका है।
इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि पद्मभूषण चन्द्रशेखर कंबारा ने विज्ञानज्योति पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हम जब आध्यात्मिक रूप से उन्नत बनेंगे तभी हम विशिष्ट ज्ञान अर्जित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सदियों से तेलुगु और कन्नड़ भाषाओं का घनिष्ठ संबंध है । उन्होंने कहा कि तेलुगु भाषा, कन्नड़ भाषा का एक अभिन्न अंग है।
“विज्ञान ज्योति” ग्रंथ के कन्नड़ अनुवादक जोनावितुला श्रीरामचंद्रमूर्ति ने पुस्तक की विशिष्टता की चर्चा करते हुए डाॅ. उमर अली शाह को सेवा की प्रतिमूर्ति बताया । उन्होंने कहा कि साधना मनुष्य के जीवन को ऊपर उठने में मदद करती है और विज्ञान ज्योति पाठक को उसी दिशा में ले जाती है। उन्होंने कहा कि सेवा से ऊंचे मुकाम पर पहुंचा जा सकता है।
श्री विश्व विज्ञान विद्या आध्यात्मिक पीठम और तेलुगु विज्ञान समिति (बैंगलूरु) शाखाओं के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस साहित्यिक कार्यक्रम की अध्यक्षता राधाकृष्ण राजू ने की। इस कार्यक्रम में सामाजिक कार्यकर्ता धनुंजय रामकृष्णप्पा, टी.वी. उदघोषक नागेश ने भी अपने वििचा रखे। फाउंडेशन फेडरेशन के संस्थापक अध्यक्ष एच.एन. मंजूनाधा रेड्डी, तेलुगु विज्ञान समिति के सचिव इदामकंती लक्ष्मी रेड्डी, सामाज सेवी गंगाराजू, वरदराजू, लक्ष्मी, श्री विश्व विज्ञान विद्या आध्यात्मिक पीठ के प्रतिनिधि, प्रसादवर्मा ए.वी.वी. सत्यनारायण, करुणा प्रसाद, उमर अलीशा साहित्य समिति अनंतपुर के प्रतिनिधि और अन्य ने भाग लिया।इस अवसर पर साई निशिकाश्री ने शास्त्रीय नृत्य का प्रदर्शन किया।