-
राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने जताया शोक
भुवनेश्वर/नई दिल्ली. सुभाष चौहान हिंदुत्व के एक समर्पित योद्धा थे. ओडिशा में जनजातियों के विकास तथा भोलेभाले वनवासी समाज के धर्मांतरण की घटनाओं से बहुत छुब्ध रहते थे. कंधमाल में स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती जी की हत्या ने उन्हें बहुत विचलित किया था. उनके निधन से समाज में एक अपूरणीय क्षति हुई है. उक्त बातें विश्व हिंदू परिषद राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहीं. वह सुभाष चौहान के निधन पर शोक व्यक्त कर रहे थे. उन्होंने कहा भगवान महाप्रभु श्री जगन्नाथ उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें. प्रभु उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान देकर परिजनों को इस इस दारुण दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करें.
उल्लेखनीय है कि दुनियाभर में कट्टरवादी हिन्दूवादी नेता के रुप में विख्यात तथा बजरंग दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष चौहान का निधन आज तड़के 3.05 बजे हो गया है. वह कैंसर से पीड़ित थे. उनका इलाज भुवनेश्वर के अपोलो अस्पताल में चल रहा था, वह हिन्दू जागरण मंच के 1995 से 2000 तक ओडिशा प्रदेश अध्यक्ष थे. 2000 से 2003 तक वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ओडिशा के संयुक्त प्रचारक थे. 2001 में सुभाष चौहान हिंदू जागरण सम्मान के संयोजक भी थे. इस बीच राजनीति घटनाक्रम में वह 2019 में स्थानीय पार्टी बीजू जनता दल में शामिल हो गये. इसके बाद उन्हें पश्चिम ओडिशा विकास परिषद का चेरयमैन भी बनाया गया. पश्चिम ओडिशा के विकास को लेकर वह काफी तत्पर रहे. इसी बीच वह कैंसर की चपेट में आ गये.