नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित तमाम नेताओं ने शनिवार को विजय दिवस के अवसर पर वीर नायकों का स्मरण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने जहां एक्स पर संदेश पोस्ट किए वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय समर स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, नौसेना स्टाफ प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार, रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने और वायु सेना उप प्रमुख एयर मार्शल एपी सिंह ने भी पुष्पांजलि अर्पित की।
राष्ट्रपति मुर्मू ने एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से कहा कि राष्ट्र 1971 के युद्ध के दौरान हमारे सशस्त्र बलों द्वारा किए गए निस्वार्थ बलिदान को कृतज्ञतापूर्वक याद करता है। विजय दिवस पर, मैं उन बहादुरों को श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं जिन्होंने अद्वितीय साहस दिखाया और ऐतिहासिक जीत हासिल की।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “विजय दिवस पर, हम अपने सैनिकों के अटूट साहस का सम्मान करते हैं जो देश की संप्रभुता की रक्षा करते हैं और मानवीय गरिमा को बनाए रखते हैं। 1971 के युद्ध के दौरान उनके बलिदान ने हमारे सशस्त्र बलों के अद्वितीय दृढ़ संकल्प और असाधारण कौशल को प्रदर्शित किया। राष्ट्र उनके सर्वोच्च बलिदान का सदैव ऋणी रहेगा।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी वीर जवानों के बलिदान और अटूट जज्बे को याद करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा, यह हमेशा लोगों के दिलों और देश के इतिहास में अंकित रहेगा। मोदी ने लिखा, “आज, विजय दिवस पर, हम उन सभी बहादुर नायकों को हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जिन्होंने 1971 में निर्णायक जीत सुनिश्चित करते हुए कर्तव्यनिष्ठा से भारत की सेवा की। उनकी वीरता और समर्पण राष्ट्र के लिए अत्यंत गौरव का स्रोत है। उनका बलिदान और अटूट भावना हमेशा लोगों के दिलों और हमारे देश के इतिहास में अंकित रहेगी। भारत उनके साहस को सलाम करता है और उनकी अदम्य भावना को याद करता है।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विजय दिवस के अवसर पर दिल्ली में राष्ट्रीय समर स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने एक्स पर लिखा, “विजय दिवस के विशेष अवसर पर, राष्ट्र 1971 के युद्ध के दौरान भारत के सशस्त्र बलों द्वारा प्रदर्शित अदम्य साहस और वीरता को सलाम करता है। हमें अपनी सशस्त्र सेनाओं पर गर्व है जिन्होंने हर परिस्थिति में निडर होकर हमारे देश की रक्षा की है। उनका बलिदान और सेवा सदैव हमारे दिलों में अंकित रहेगी।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर लिखा, “मैं विजय दिवस के अवसर पर हमारे सशस्त्र बलों के बहादुर दिलों को नमन करता हूं। इस दिन हमारे सैनिकों ने 1971 में पाकिस्तानी सेना के खिलाफ शानदार जीत हासिल की और जीवन, महिलाओं और मानवीय मूल्यों की गरिमा को सुरक्षित रखा, जिसके परिणामस्वरूप एक नए राष्ट्र बांग्लादेश का निर्माण हुआ। हमारी सेनाओं का बलिदान और वीरता अनंत काल तक साहस का स्तंभ बनी रहेगी।”
16 दिसंबर एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है, जो 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में वीर शहीद नायकों के असाधारण बलिदान और जीत की याद दिलाता है। 13 दिनों की लड़ाई के बाद भारत ने 16 दिसंबर, 1971 को पाकिस्तान पर एक शानदार जीत हासिल की, जिसके बाद बांग्लादेश नामक नए देश का निर्माण हुआ।
साभार -हिस