आइजोल। विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ मिज़ो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के प्रमुख और मुख्यमंत्री ज़ोरमथांगा हार गए। उन्हें जोरम पीपुल्स मूवमेंट (जेडपीएम) के लालथनसांगा ने हराया। मिजोरम चुनाव में मुख्य विपक्षी दल जेडपीएम को सरकार बनाने के लिए पर्याप्त बहुमत मिल गया है।
राज्य विधानसभा चुनाव में जेडपीएम ने बढ़िया प्रदर्शन किया है। पार्टी ने राज्य की 27 प्रमुख सीटों पर कब्जा कर लिया है। इस चुनाव में राज्य के मुख्यमंत्री और एमएनएफ के प्रमुख जोरमथांगा आइजोल पूर्व- I विधानसभा सीट से भारी अंतर से चुनाव हार गए। उन्हें जेडपीएम) के लालथनसांगा ने हराया।
मिजोरम के चुनावी परंपरा के नजरिया से देखने पर पता चलता है कि पहले भी यहां मुख्यमंत्री चुनाव हारते रहे हैं। वहीं, किसी भी पार्टी को पांच साल से अधिक लगातार शासन करने का यहां मौका नहीं मिला। वर्ष 2018 के मिजोरम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार हुई थी। कांग्रेस को हराकर मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) की सरकार बनी थी। कांग्रेस सत्तारूढ़ होते हुए भी तीसरे स्थान पर चली गई थी। इस बार के चुनाव में कांग्रेस का पूरी तरह से सफाया हो गया है। ईसाई बहुल राज्य होने के कारण कांग्रेस को इस राज्य से काफी उम्मीदें थीं। चुनाव में एमएनएफ ने 10 सीटें जीती हैं।
उल्लेखनीय है कि मिजोरम में 7 नवंबर को मतदान हुआ था और वोटों की गिनती पहले अन्य चार राज्यों के साथ रविवार को कराने की योजना थी। बाद में राज्य में ईसाई-बहुल आबादी के लिए रविवार के विशेष महत्व के कारण चुनाव आयोग ने गिनती एक दिन के लिए टाल दी थी।
साभार – हिस
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