वाराणसी। श्री राम लीला प्रेमराजा गोठाबारी सेवा समिति एवं श्री अटल बिहारी ब्रह्म फाउंडेशन वाराणसी के संयुक्त पहल पर बाल्मीकि जयन्ती एवं भरत मिलाप, राम राज्याभिषेक के अवसर पर रविवार को जनपद बलिया में अलग अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य के लिए सात विशिष्ट जनों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रो. सर्वेश पांडेय ने कहा कि हिन्दू समाज को बचाये रखने में रामलीला का अहम योगदान है, चौदहवीं शताब्दी में हिन्दू समाज के सबसे बड़े रक्षक महाकवि तुलसीदास थे। उन्होंने बाल्मीकि कृत रामायण को ही अपने महान ग्रन्थ का आधार बनाया। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता है कि हर हिन्दू प्रतिदिन रामचरित मानस का पाठ करे।
सम्मान समारोह में भाजपा नेता नागेंद्र पाण्डेय ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन में देश के हर गांव के नागरिकों की अहम भूमिका रही। उन्होंने कहा कि आज भारतीय समाज के सबसे बड़े आदर्श और पथ प्रदर्शक भगवान श्री राम ही हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का प्रयास और योगदान राम मंदिर के निर्माण में अहम और अविस्मरणीय है। समाज सेवी आनंद प्रकाश सिंह ने कहा कि भारतीय जीवन और परम्परा में वृक्षों का योगदान अहम है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए समिति के अध्यक्ष एवं बीएचयू पत्रकारिता विभाग के आचार्य ज्ञान प्रकाश मिश्र ने कहा कि श्री राम लीला का स्वाधीनता आंदोलन एवं सामाजिक समरसता में विशेष योगदान है। उन्होंने कहा कि मुसलमान आक्रांताओं ने हिंदू समाज को निरन्तर तोड़ने का काम किया है।प्रोफेसर मिश्र ने कहा कि ऋषियों के नाम पर एवं महान पुरुषों के नाम पर समिति प्रतिवर्ष सात लोगों को सम्मानित करेगी। इस अवसर पर समिति के उपाध्यक्ष रामदीन सिंह पटेल ,सचिव लवकुश मिश्र,कोषाध्यक्ष संजय मिश्र , रजनीश मिश्र, कुलदीप मिश्र, रूपेश मिश्र आदि भी मौजूद रहे।