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मिसिंग आदिवासी लोगों का अपमान करने के लिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भवेश कलिता को माफी मांगनी चाहिए – कांग्रेस
गुवाहाटी। मिसिंग आदिवासी लोगों का अपमान करने के लिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भवेश कलिता को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने पूरे मिसिंग समुदाय के प्रति अपमानजनक टिप्पणी करते हुए कहा, कि “जड़विहीन कांग्रेस अब हर जगह रेंग रही है।” असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) की उपाध्यक्ष बबीता शर्मा ने आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि “भाजपा को चांग में मिसिंग समुदाय के लोगों का अपमान करने की हिम्मत कहां से मिली? क्या मिसिंग लोग असम के लोग नहीं हैं?
नदी वाले क्षेत्रों में स्थित होने के कारण मिसिंग लोग बाढ़ के कारण चांग पर रहते हैं और यह उनकी संस्कृति और परंपरा का हिस्सा है। असम के सभी लोग जानते हैं कि असम के भूमिपुत्र मिसिंग चांग पर रहते हैं। उन्होंने पूछा “भवेश कलिता आपने कांग्रेस को जहां तहां कहां जाते देखा?
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा नेता कलिता ने यह टिप्पणी कर अपनी संकीर्ण मानसिकता का परिचय दिया है। यह आदिवासियों के प्रति भाजपा के रवैये का प्रमाण है। लंबे समय तक इस पार्टी के नेताओं ने आदिवासी लोगों का उपहास किया है और उनकी समस्याओं को अनसुलझा छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने मिसिंग स्वायत्त परिषद में कोई विकास कार्य नहीं किया है। उन्हें चुनौती दी कि उन्होंने मिसिंग स्वायत्त परिषद में क्या किया है इसकी एक सूची प्रस्तुत करें।
बबीता शर्मा ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष ने अपनी ताकत खो दी है। क्योंकि, मिसिंग आदिवासी नेता भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
जब उनसे रिबी गासेंग (मिसिंग वस्त्र) के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि रिबी गैसेंग एक महिला द्वारा पहनी जाने वाली चादर है। यह शॉल कभी कभार उत्सव के दौरान महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों द्वारा भी पहना जाता है और इस पर बैठा भी जा सकता है। जब सम्मानित कपड़ों की बात आती है, तो मिचिंग्स केवल टोंगाली दोमेर नामक गामोछा का उपयोग करते हैं। यह दुपट्टा सम्मान के प्रतीक के रूप में सिर पर बांधा जाता है।
प्रेस वार्ता में मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष बेदब्रत बोरा, महासचिव गोपाल शर्मा और नेत्ररंजन चौधरी भी उपस्थित थे।