Home / National / बंगाल के रसगुल्ले को विदेश भेजने के लिए भारतीय डाक ने शुरू की स्पेशल कुरियर सर्विस
IAT NEWS INDO ASIAN TIMES ओडिशा की खबर, भुवनेश्वर की खबर, कटक की खबर, आज की ताजा खबर, भारत की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज, इंडिया की ताजा खबर

बंगाल के रसगुल्ले को विदेश भेजने के लिए भारतीय डाक ने शुरू की स्पेशल कुरियर सर्विस

कोलकाता, पश्चिम बंगाल के प्रसिद्ध रसगुल्ले और अन्य मिठाइयों को विदेश भेजने के लिए भारतीय डाक ने विशेष पहल की है। इसके लिए स्पेशल कुरियर सर्विस की शुरुआत की गई है।

भारतीय डाक विभाग के पश्चिम बंगाल सर्कल द्वारा शुरू की गई विशेष कुरियर सेवा का लाभ उठाकर अब पश्चिम बंगाल के लोग अपने प्रियजनों को विदेशों में पसंदीदा मिठाई भेज सकेंगे। ‘पैक्ड रसगुल्ले’ भेजने के लिए पैकेजिंग की जिम्मेदारी भेजने वाले की होगी।

विभाग के पश्चिम बंगाल सर्कल के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुछ निजी कुरियर सेवा कंपनियां पहले से ही पैक्ड मिठाइयों की खेप विदेश भेजने के लिए सेवा की पेशकश कर रही हैं। हालांकि, उनके द्वारा ली जाने वाली दरें काफी अधिक हैं। भारतीय डाक विभाग के पश्चिम बंगाल सर्कल द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाएं निजी संस्थाओं द्वारा दी जाने वाली दरों की तुलना में काफी सस्ती होंगी।
उन्होंने दावा किया कि विभाग इस परियोजना को ‘रसगुल्लों’ के साथ जोड़ कर लोकप्रिय बना रहा है, लेकिन इस पसंदीदा बंगाली मिठाई को मिली वैश्विक प्रशंसा को देखते हुए कोई भी राज्य से अन्य लोकप्रिय मिठाइयां अपने प्रियजनों को भेज सकता है।

डाक विभाग के अधिकारी ने कहा कि यहां तक कि घर की बनी मिठाइयां, जो त्योहारी सीजन के दौरान काफी आम हैं, उन्हें भी इस विशेष सेवा के माध्यम से विदेश भेजा जा सकता है। एकमात्र शर्त यह है कि भेजने वाले को इसकी पेशेवर पैकेजिंग की व्यवस्था करनी होगी।

उल्लेखनीय है कि पहले भी कई ऐसे उदाहरण सामने आए हैं, जब भारतीय डाक विभाग ने खुद को रसगुल्ले की वैश्विक लोकप्रियता से जोड़ा था। जनवरी 2018 में विभाग ने पश्चिम बंगाल के प्रतिष्ठित मिठाई निर्माता नबीन चंद्र दास को 1868 में एक टिकट और विशेष कवर के साथ रसगुल्ला निर्माता के रूप में स्वीकार किया था।
साभार -हिस

Share this news

About desk

Check Also

अध्यात्म को एआई तकनीक  के साथ जोड़कर चमत्कार  किए जा सकते हैं-डॉ. उमर अली शाह

भीमली। श्री विश्व विज्ञान विद्या आध्यात्मिक पीठ के नौंवे पीठधिपति सद्गुरु डॉ. उमर अली शाह …