कोलकाता। उत्तर बंगाल से सटे सिक्किम में बादल फटने के बाद बाढ़ से हालत लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। दो दिन पहले बुधवार को इस तबाही की शुरुआत हुई थी। तीस्ता नदी का पानी जलपाईगुड़ी, कूचबिहार समेत उत्तर बंगाल के अधिकतर हिस्सों में घुस गया है, जिसके कारण लोगों का जनजीवन बेहाल है।
कलिमपोंग से दार्जिलिंग जाने का एकमात्र रास्ता पूरी तरह से डूब गया है। तीन दिनों के बाद भी राज्य प्रशासन हालात पर काबू नहीं पा सका है। लगातार हो रही भारी बारिश और मुसीबत खड़ी कर रही है। प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि दार्जिलिंग और कालिमपोंग जिले में मिट्टी धंसने की भी आशंका प्रबल हो गई है।
शुक्रवार को उत्तर बंगाल के अधिकतर क्षेत्रों में बाढ़ की वजह से लोगों को विस्थापित कर राहत कैंप में ले जाया गया है। उनके रहने-खाने की व्यवस्था राज्य सरकार की ओर से की गई है। जिले में मौजूद राज्यपाल खुद हालात पर नजर रख रहे हैं लेकिन स्थानीय लोगों की समस्याएं कम नहीं हो रहीं। तीस्ता नदी के पानी में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और लगातार बारिश की वजह से भी हालात बिगड़ते जा रहे हैं।
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