कोलकाता, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत विगत मंगलवार को कोलकाता स्थित संघ कार्यालय केशव भवन में ठहरे हुए थे और बाहर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस बात को गंभीरता से लिया है।
संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी के मुताबिक डॉ. भागवत मंगलवार को एक दिवसीय प्रवास पर कोलकाता में थे। इस दौरान वह रात में केशव भवन में ठहरे हुए थे और भोर में ही अपने अगले गंतव्य की ओर रवाना हो गए। उन्होंने बताया कि संघ कार्यालय के बाहर जिस समय तृणमूल कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे थे उस वक्त डॉ. भागवत कार्यालय में ही ठहरे हुए थे।
उल्लेखनीय है कि अभिषेक बनर्जी सहित तृणमूल के अन्य नेताओं को दिल्ली में हिरासत में लिए जाने के विरोध में तृणमूल कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन शुरू कर दिया था। हालांकि सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल वहां पहुंचा और प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाया।
केंद्रीय खुफिया एजेंसी के एक अधिकारी के मुताबिक संघ कार्यालय के बाहर इस विरोध प्रदर्शन की भनक केंद्रीय एजेंसियों को लगते ही केंद्रीय गृह मंत्रालय सक्रिय हो गया। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर डॉ. भागवत की सुरक्षा के मद्देनजर रात को ही केंद्रीय खुफिया एजेंसी के अधिकारी केशव भवन पहुंचे। वहां संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी से बातचीत की। उसके बाद स्थानीय प्रशासन से रिपोर्ट लेकर रात को ही केंद्रीय गृह मंत्रालय को वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया।
इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने रात में ही इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट तलब की। इसके मद्देनजर केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने रातभर जग कर रिपोर्ट तैयार की और केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी। अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्रालय ने इस घटना को बेहद गंभीरता से लिया है।
उल्लेखनीय है कि सरसंघचालक डॉ. भागवत देश के अति विशिष्ट लोगों में शुमार हैं। सरकार चाहे किसी की भी हो उनकी सुरक्षा से कभी कोई कोताही नहीं बरती गई। संघ प्रमुख की अति सघन सुरक्षा के बावजूद संघ कार्यालय के आसपास कैसे इतनी बड़ी संख्या में तृणमूल कार्यकर्ता एकत्रित हो गए, इस पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
साभार -हिस