लखनऊ। प्रदेश की जनता को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुंचाने के लिहाज से उत्तर प्रदेश देश में अन्य राज्यों की तुलना में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) का सर्वाधिक लाभ प्रदान करने वाला राज्य बन गया है। इतना ही नहीं, उप्र ने भारत डिजिटल मिशन के तहत डिजिटल प्रौद्योगिकी और डाटा को एक साथ जोड़कर स्वास्थ्य सेवा में नई क्रांति को जन्म दिया है।
ऐसे में, नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (एनएचए) की ओर से प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के पांच व आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के दो साल पूरे होने पर दो दिवसीय कार्यक्रम ‘आरोग्य मंथन-23’ में उप्र को सम्मानित किया जाएगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री करेंगे सम्मानित
नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (एनएचए) की ओर से नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 25 और 26 सितंबर को ‘आरोग्य मंथन-23’ का आयोजन किया जा रहा है, जो प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) और आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) दोनों मिशनों की क्रमशः पांचवीं व दूसरी वर्षगांठ का प्रतीक होगा। योगी सरकार ने एबीडीएम के जरिए स्वास्थ्य देखभाल पारिस्थितिकी तंत्र पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। उसके इसी असाधारण योगदान के लिए ही उसे सम्मानित किया जा रहा है। उप्र को पूरे देश में अक्टूबर 22 से सितंबर 23 तक आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट्स (एबीएचए) को स्कैन और शेयर टोकन संचयन के लिए पहला स्थान प्राप्त करने के लिए पुरस्कृत किया जा रहा है। यह पुरस्कार समापन समारोह में केंद्रीय चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया द्वारा 26 सितम्बर को प्रदान किया जाएगा।
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