नई दिल्ली, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अगस्त महीने में विस्फोटकों की बरामदगी से जुड़े एक मामले में शनिवार को तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में आठ ठिकानों पर छापेमारी की और तलाशी ली। यह जानकारी एनआईए ने शनिवार को यहां जारी एक वक्तव्य में दी।
एनआईए ने बताया कि चेरला ड्रोन मामले में जारी जांच के तहत एजेंसी ने शनिवार को तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में आठ स्थानों पर छापेमारी की। एजेंसी ने तेलंगाना के वारंगल में पांच स्थानों, भद्राद्री और कोठागुडेम में दो स्थानों तथा छत्तीसगढ़ के बीजापुर में एक स्थान पर छापेमारी कर आरोपितों के परिसरों की तलाशी ली। यहां से कई डिजिटल उपकरण और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए। लंबे समय तक केंद्र सरकार को उखाड़ फेंकने के कथित उद्देश्य के साथ विभिन्न प्रकार की गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल वामपंथी चरमपंथी संगठन सीपीआई (माओवादी) को रसद समर्थन प्रदान करने में आरोपितों की भागीदारी को उजागर करने के लिए इन उपकरणों और दस्तावेजों की विस्तृत जांच चल रही है। आरोपित अपने भारत विरोधी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबंधित संगठन को कच्चा माल उपलब्ध करा रहे थे।
एजेंसी का कहना है कि प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) ने हाल के दिनों में विभिन्न राज्यों में अपनी हिंसक आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए आधुनिक उपकरणों और प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। जून महीने में कोठागुडेम के चेरला मंडल में तीन आरोपितों के पास से विस्फोटक सामग्री, ड्रोन और एक लेथ मशीन जब्त होने के बाद एनआईए ने 12 आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। स्थानीय पुलिस ने अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर काम करते हुए तीनों आरोपितों को गिरफ्तार किया था। देश के लिए इसके प्रमुख अंतर-राज्यीय सुरक्षा निहितार्थों को देखते हुए मामला बाद में एनआईए को सौंप दिया गया।
साभार -हिस