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संपूर्ण अर्थ जगत का चिंतन करने वाला पहला संगठन है ग्राहक पंचायत: डॉ. मोहन भागवत

  • अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल हुए संघ प्रमुख

  • जहां अर्थ वहां ग्राहक है, इस दृष्टि से ग्राहक पंचायत का कार्य महत्वपूर्ण: अश्वनी चौबे

पानीपत, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि ग्राहकों की समस्याओं पर कार्य करने वाले पहले भी थे, परंतु ग्राहक को लेकर संपूर्ण अर्थ जगत का चिंतन करने वाला ग्राहक पंचायत पहला संगठन है। ग्राहकों की समस्याओं को लेकर ग्राहक पंचायत ने कई कार्य किए हैं, उन्हें देखते हुए हम इसे स्वर्ण जयंती वर्ष के स्थान पर स्वर्णिम वर्ष भी कह सकते हैं।
संघ के सरसंघचालक डॉ. भागवत पट्टी कल्याणा समालखा में स्थित सेवा साधना विकास केंद्र में आयोजित अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत के स्वर्ण जयंती वर्ष के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस समारोह में देश में ग्राहकों के लिए कार्य करने वाले इस संगठन के देशभर के आठ साै पदाधिकारी शामिल हुए। कार्यक्रम में केंद्रीय उपभोक्ता कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे के अलावा बड़ौदा इस्कॉन के प्रमुख स्वामी नित्यानंदजी, स्वामी विचार चिन्मयानंदजी, स्वर्ण जयंती वर्ष समारोह समिति के अध्यक्ष अशोक पांडे और ग्राहक पंचायत के अध्यक्ष नारायण भाई शाह भी मौजूद रहे।

डॉ. भागवत ने कहा कि संगठन ने शासन को भी ग्राहक हित का कार्य करने में महत्वपूर्ण सहयोग दिया है। ग्राहक दर्शन देना, उसे अनुभव की कसौटी पर परख कर समाज में ले जाना आसान कार्य नहीं है, परंतु ग्राहक पंचायत ने यह कर दिखाया है। संपूर्ण समाज ग्राहक है। ग्राहक आंदोलन की आयु नहीं होती, क्योंकि समाज में सदैव ग्राहक रहने वाले हैं। डॉ भागवत ने कहा कि संगठन को समय समय पर अपने कार्यों का सिंहावलोकन करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्राहक पंचायत शासन प्रशासन से बात करते समय अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग भी करती होगी। अंग्रेजी में कंज्यूमर शब्द आता है, इसका मतलब होता है खाना (कंज्यूम), आवश्यक नहीं व्यक्ति तभी खाये, जब उसे भूख लगी हो, वह रुचिकर होने पर भूख न लगने पर भी खा सकता है, परंतु ग्राहक शब्द आते ही पूरा भाव बदल जाता है। इसीलिए ग्राहक पंचायत ने ग्राहक शब्द को चुना है। ग्राहक पंचायत के साथ पंचायत शब्द जुड़ा है। पंचायत शब्द आते ही यह भाव आ जाता है कि समाज का पंचों में विश्वास होता है। पंच निःस्वार्थ भाव से कार्य करते हैं। ग्राहक पंचायत लोक संगठन है। अतः 75 वर्ष तक हमें अपने कार्य को चार गुना बढ़ाना है, यह कैसे करना है, यह सोचने के लिए ही यह अधिवेशन है। भागवत ने कहा कि पूरा समाज ग्राहक है। हमारा कार्य क्षेत्र संपूर्ण समाज है. जब तक हम समाज व्यापी नहीं होते, हमें अपने कार्य का समुचित लाभ नहीं मिलेगा।
समारोह में केन्द्रीय उपभोक्ता राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि आज ग्राहक पंचायत के स्वर्ण जयंती वर्ष के उद्घाटन के साथ ही देश में जी-20 सम्मेलन का भी उद्घाटन हो रहा है। जी-20 में सम्मिलित देश विश्व की अर्थव्यवस्था के 70 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने कहा कि जहां अर्थ है, वहां ग्राहक है। इस दृष्टिकोण से ग्राहक पंचायत का कार्य महत्वपूर्ण है। कुछ दिन पहले हमने एनसीआर में ग्राहकों को लाभ देने वाली एक योजना प्रारंभ की है। हमने किसानों से उनके उत्पादन सीधे खरीद कर ग्राहकों तक पहुंचाया जा रहा है। इस योजना में श्रीअन्न को भी सम्मिलित किया गया है। यदि यह प्रयोग सफल हुआ तो सरकार देश के सभी ग्राहकों के घरों तक किसानों के उत्पादों को सीधे पहुंचाने का कार्य करेगी। ग्राहकों को गुणवत्ता युक्त वस्तु मिले, यह विश्वास दिलाने की आवश्यकता है।
साभार -हिस

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