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मुझे विश्वास 2024 में केन्द्र में मोदी ही बाजी मारेंगे : स्वामी रामदेव
हरिद्वार। भारत के 77वें स्वतंत्रता दिवस पर पतंजलि योगपीठ में स्वामी रामदेव एवं आचार्य बालकृष्ण ने ध्वजारोहण कर समस्त देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर स्वामी रामदेव ने कहा कि इस स्वतंत्रता दिवस पर हमने देश की आर्थिक आजादी, शिक्षा की आजादी, चिकित्सा की आजादी व सांस्कृतिक आजादी का संकल्प लिया है।और इसके लिए पूरा पतंजलि परिवार और उससे संबद्ध सभी संस्थाएं व प्रतिष्ठान समर्पित है। इस अवसर पर स्वामी रामदेव ने 2024 के चुनाव में मोदी जी ही बाजी मारेंगे।
उन्होंने कहा स्वदेशी अभियान इतना बड़ा करना है कि देश से विदेशी कम्पनियों की आर्थिक लूट और गुलामी का यह षड्यंत्र खत्म हो सके और सनातन के गौरव व वैभव को लेकर हम आगे बढ़ें। उन्होंने कहा भारतवर्ष में आज कोई जाति व धर्म सर्वोपरि ना होकर राष्ट्रधर्म सर्वोपरि है, राष्ट्रप्रेम सर्वोपरि है और राष्ट्रहित ही सर्वोपरि है।
स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी के उद्बोधन पर स्वामी जी ने कहा कि आज देश में दो तरह की चीजें हो रही हैं, एक तरफ देश में युवा वर्ग है, कृषि, उद्योग, एजुकेशन, रिसर्च से लेकर धरती-आसमान तक विविध क्षेत्रों में देश की प्रतिभाएं काम कर रही हैं। मोदी जी हमेशा देश के पराक्रम, शौर्य, वीरता, प्रतिभा व पुरुषार्थ की बात करते हैं।
दूसरी तरफ विपक्ष देश में केवल और केवल कमियों की बात करता है, नकारात्मकता फैला रहा है। मोदी जी ने सकारात्मता को इतना आरोहण दे दिया है कि नकारात्मकता बोनी नजर आती है। आज पूरा देश मोदी जी पर विश्वास कर रहा है। राज्यों में कुछ चुनौतियाँ हैं, लेकिन मुझे विश्वास है कि केन्द्र में 2024 में मोदी जी ही बाजी मारेंगे।
कार्यक्रम में आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि आज हम आजादी का उत्सव मना रहे हैं। पतंजलि प्रतीक है भारत की स्वतंत्रता के मूल्यों व आदर्शों का। हम सबका दायित्व है कि जिन वीर, शहीद, क्रान्तिकारियों ने जिन स्वप्नों को लेकर इस देश के लिए अपने जीवन को आहूत किया, उन संकल्पों को पूरा करने के लिए हम जीएं और उसके लिए कार्य करें। हमारा देश आगे बढ़े, उन्नत हो, समृद्धशाली हो।
इसके पश्चात पतंजलि से सम्बद्ध सभी शिक्षण संस्थानों के छात्र-छात्राओं तथा विविध इकाइयों के कर्मचारियों वq संन्यासियों ने देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियाँ दीं।कार्यक्रम में पतंजलि से सम्बद्ध सभी संस्थानों व इकाइयों से संन्यासीगण, इकाई प्रमुख, विभागाध्यक्ष, प्रभारीगण, निरीक्षकगण, कर्मचारीगण, शिक्षण संस्थानों के प्राचार्यगण व छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।