Home / National / पर्वतीय निगरानी के लिए भारतीय सेना में शामिल किये गए स्वाति माउंटेन राडार
IAT NEWS INDO ASIAN TIMES ओडिशा की खबर, भुवनेश्वर की खबर, कटक की खबर, आज की ताजा खबर, भारत की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज, इंडिया की ताजा खबर

पर्वतीय निगरानी के लिए भारतीय सेना में शामिल किये गए स्वाति माउंटेन राडार

  •  लेफ्टिनेंट जनरल जेबी चौधरी ने राडार प्रणाली को हरी झंडी दिखाई

  •  सेना की युद्धक्षेत्र निगरानी क्षमताओं को मजबूत करेंगे स्वाति राडार

नई दिल्ली, भारतीय सेना ने उच्च ऊंचाई वाले इलाकों पर नजर रखने के लिए स्वाति माउंटेन राडार को अपने पर्वतीय निगरानी बेड़े में शामिल किया है। उप सेना प्रमुख (सीडी एंड एस) लेफ्टिनेंट जनरल जेबी चौधरी ने राडार प्रणाली को हरी झंडी दिखाई, जो सेना की युद्धक्षेत्र निगरानी क्षमताओं को मजबूत करेगी। यह राडार पर्यावरणीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए युद्ध के मैदान में छोटे प्रोजेक्टाइल का पता लगाने और ट्रैक करने में सक्षम है।

देश की युद्धक्षेत्र निगरानी और टोही क्षमताओं को मजबूत करने के लिए भारतीय सेना ने स्वदेशी रूप से विकसित हथियार लोकेटिंग राडार (डब्ल्यूएलआर-एम) के हल्के और अधिक कॉम्पैक्ट संस्करण को शामिल किया है, जिसे ‘स्वाति माउंटेन’ कहा जाता है। उत्तर प्रदेश के आगरा में हुए एक समारोह में सेना स्टाफ (डीसीओएएस) के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल जेबी चौधरी ने राडार प्रणाली को हरी झंडी दिखाई।
इसे बेंगलुरु में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने विकसित किया है। आधुनिक सेनाओं के लिए विकसित वेपन लोकेटिंग राडार (डब्ल्यूएलआर) दुश्मनों के तोपखाने, मोर्टार और रॉकेट लॉन्चरों का स्वायत्त रूप से पता लगाने और ट्रैक करने के लिए उन्नत सिग्नल प्रोसेसिंग तकनीकों का उपयोग करता है। यह राडार पर्यावरणीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए युद्ध के मैदान में छोटे प्रोजेक्टाइल का पता लगाने और ट्रैक करने में सक्षम है। डब्लूएलआर को दुश्मन की हथियार प्रणालियों के बारे में जानकारी लेने के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उपायों के प्रतिरोध को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया है।

स्वाति राडार के दो संस्करण स्वाति मैदान (डब्ल्यूएलआर) और स्वाति पर्वत (डब्ल्यूएलआर-एम) हैं। मैदानी संस्करण को मुख्य रूप से शत्रु बंदूकों, मोर्टारों और रॉकेटों का पता लगाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह मैदानी इलाकों पर सुधारात्मक उपायों के लिए मित्रवत हथियारों से शॉट के गिरने को भी ट्रैक कर सकता है। दूसरी ओर सेना में शामिल किये गए स्वाति माउंटेन राडार अधिक कॉम्पैक्ट और मोबाइल संस्करण है, जिसे विशेष रूप से पहाड़ी और उच्च ऊंचाई वाले इलाकों में संचालन के लिए डिज़ाइन किया गया है।
रक्षा मंत्रालय ने 30 मार्च 2023 को भारतीय सेना के लिए उन्नत आकाश हथियार प्रणाली और 12 स्वाति माउंटेन राडार की खरीद के लिए 9,100 करोड़ रुपये से अधिक के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे। पिछले साल भारतीय सेना ने छह अतिरिक्त स्वाति डब्ल्यूएलआर-एम का ऑर्डर दिया था। स्वाति प्लेन्स राडार के लिए हाल ही में दिए गए ऑर्डर को शामिल करने के साथ भारतीय सेना जल्द ही कुल 48 ऐसी प्रणालियों का संचालन करेगी।
साभार -हिस

Share this news

About desk

Check Also

महाराष्ट्र विस चुनाव नतीजों पर प्रधानमंत्री ने जताया लोगों का आभार, कहा- यह विकास और सुशासन की ऐतिहासिक जीत

नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के निर्णायक नतीजों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वहां की …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *