पालमपुर, हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शान्ता कुमार ने कहा है कि 23 जून का दिन भारत ही नहीं विश्व के इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा। विश्व के सबसे अधिक शक्तिशाली और सम्पन्न देश अमेरिका ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अभूतपूर्व ऐतिहासिक सम्मान किया। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका की संसद में एक घण्टा भाषण दिया। 79 बार तालियां बजाई गई और सांसदों ने 15 बार खड़े होकर नरेन्द्र मोदी को सम्मान दिया।
उन्होंने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि ठीक उसी दिन और उसी समय भारत के विपक्षी दल पटना में इकट्ठे होकर उन्ही नरेन्द्र मोदी को गिराने और हटाने की योजना बना रहे थे। यदि वही दिन और वही समय जानबूझ कर चुना गया था तो यह विपक्ष की बहुत बड़ी घटिया हरकत है। अमेरिका में मिलने वाला यह सम्मान केवल नरेन्द्र मोदी का नहीं था। यह भारत के 140 करोड़ लोगों का सम्मान था, जिसे विपक्ष देख न सका।
शान्ता कुमार ने कहा कि एक ही दिन और एक ही समय पर भारत के करोड़ों लोगों ने यह दृश्य देखा। देश को मिलने वाले इस ऐतिहासिक सम्मान को विपक्ष देख भी नहीं पाया। भारत के विपक्ष की इस दुर्भाग्यपूर्ण कार्यवाही को देख कर भारत के लोग निश्चित रूप से निराश हुए होंगे। मुझे विश्वास है कि कल ही भारत के लोगों ने यह निर्णय कर लिया होगा कि इस प्रकार का विपक्ष देश की सत्ता संभालने के बिलकुल योग्य नहीं है।
उन्होंने कहा कि लोकसभा के चुनाव के समय भारत का विपक्ष इकट्ठा नहीं हो पायेगा और यदि इकट्ठा भी हो जाए तो भी नरेन्द्र मोदी का दूर-दूर तक कोई भी विकल्प नहीं है। मतदाता जब वोट डालने जाएगा, उसे एक तरफ विश्वभर में सबसे अधिक लोक प्रिय और भारत में नौ वर्ष में विकास का एक नया इतिहास रचने वाले नरेन्द्र मोदी दिखाई देंगे और दूसरी तरफ राहुल से लेकर लालू तक के लोग दिखाई देगें। मुझे विश्वास है भारत का बहुमत अगले चुनाव में भाजपा को अभूतपूर्व सफलता देगा।
शान्ता कुमार ने कहा कि पटना में विपक्ष ने एक बात तो स्वीकार कर ली कि उनमें कोई भी अकेला भाजपा का मुकाबला नही कर सकता। कोई भी पूरा नहीं है सब अधूरे हैं और अधूरे कितने भी इकट्ठे हो जाएं, वे एक पूरे का मुकाबला नहीं कर सकते। 20 लंगड़े मिलकर एक पूरे व्यक्ति के साथ दौड़ नहीं सकते। 23 जून के दिन पटना में विपक्ष की बैठक करोड़ों भारतीयों ने देखी और उस पर दुख मनाया होगा।
साभार -हिस