पुरी। हर साल की तरह पुरी में रथयात्रा को लेकर उत्साह है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच चुके हैं और आने वालों का तांता लगा हुआ। महाप्रभु श्री जगन्नाथ, देव बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथ श्रीमंदिर के समक्ष पहुंच गए हैं। रथयात्रा की सभी रीति-नीतियां शुरू हो गईं हैं। भक्तों में उत्साह देखने को मिल रहा है। जय जगन्नाथ, जय जगन्नाथ गूंजायमान हो रहा है। भक्त बड़दांड में भगवान श्री जगन्नाथ, देव बलभद्र और देवी सुभद्रा की भक्ति में झूम रहे हैं, नृत्य कर रहे हैं।
रथयात्रा को लेकर सुरक्षा चाक चौबंद है। कल ओडिशा के मुख्य सचिव पीके जेना ने कहा कि गर्मी की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सभी इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के लिए पानी की बोतल वितरण सहित पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
जेना ने कहा कि अग्निशमन कर्मियों द्वारा पानी का छिड़काव किया जाएगा और श्रद्धालुओं को ओआरएस भी दिया जाएगा। रथयात्रा को लेकर पुरी शहर और उसके आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। तीर्थनगरी को 14 जोन और 29 सेक्टरों में बांटा गया है।
रथयात्रा के संचालन के लिए लगभग 170 प्लाटून पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। पहली बार, एक तटरक्षक हेलीकॉप्टर समुद्र तट पर गश्त करेगा और पास में तेज गश्ती वाहन तैनात किए जाएंगे। अपर पुलिस महानिदेशक, कानून व्यवस्था, संजय कुमार ने कहा कि इंटरसेप्टर नौकाएं 2 जुलाई तक किसी भी आकस्मिक स्थिति के लिए पारादीप में तैनात रहेंगी।
रेलवे संदिग्ध लोगों की भीड़ पर नजर रखने के लिए रेलवे प्लेटफॉर्म पर चेहरा पहचानने वाले कैमरे लगाएगा। उन्होंने कहा कि त्योहार के दौरान कुल 125 विशेष ट्रेनें पुरी के लिए चलेंगी।
रथयात्रा के दौरान कई कंट्रोल स्टेशनों से जुड़े ड्रोन कैमरों की सहायता से बड़ी संख्या में सीसीटीवी कैमरे काम करेंगे। एक विशेष गतिशीलता योजना के तहत, पुरी में वाहनों की आवाजाही पर एक सलाह जारी की गई है। परिवहन आयुक्त अमिताभ ठाकुर ने कहा कि सभी अंतर्राज्यीय पर्यटक बसें और स्थानीय पर्यटक बसें मालतीपतपुर बस अड्डे पर रुकेंगी और खड़ी होंगी।
लाखों भक्तों ने किए महाप्रभु के नवयौवन वेश में दर्शन
पुरी में विश्वविख्यात रथयात्रा से पूर्व सोमवार को महाप्रभु श्रीजगन्नाथ ने भक्तों को नवयौवन वेश में दर्शन दिए। नीतियों के बाद कल सुबह 8 बजे से महाप्रभु ने भक्तों को नवयौवन वेश में दर्शन दिए। लाखों श्रद्धालुओं ने आज महाप्रभु का नवयौवन वेश में दर्शन किए।
श्रद्धालु सिंहद्वार होकर मंदिर में प्रवेश कर रहे थे तथा महाप्रभु के दर्शन के बाद उत्तर द्वार होकर प्रस्थान कर रहे थे। इनकी अत्यधिक संख्या को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये थे। विभिन्न स्थानों पर सीसीटीवी लगाए गए हैं।
मंगलवार को रथयात्रा का आयोजन होगा। जब महाप्रभु श्रीजगन्नाथ, बलभद्र व देवी सुभद्रा रत्न सिंहासन छोड़ कर रथों के जरिये अपनी जन्मवेदी मौसी मां के मंदिर के लिए यात्रा करेंगे।