नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री श्री मिलिंद परांडे ने कर्नाटक सरकार सरकार द्वारा अवैध धर्मांतरण पर रोक वाले कानून के निरस्तीकरण के निर्णय को मुस्लिम व ईसाई तुष्टिकरण की पराकाष्ठा व हिंदू जीवन मूल्यों पर आघात बताया है।
उन्होंने कहा कि यदि कानून में कुछ कमियां दिखतीं हों तो उसमें संशोधन किया जा सकता है किन्तु उसे पूरी तरह निरस्त करने के निर्णय के पीछे अवैद्य धर्मांतरण कारी गैंग का सरकार पर गहरा दबाव स्पष्ट दृष्टिगोचर होता है। ऐसा लगता है कि कांग्रेस सरकार ने उनके सामने घुटने टेक दिए हैं।
विश्व हिंदू परिषद कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के इस निर्णय की कठोर शब्दों में निंदा करते हुए इस निर्णय के विरूद्ध जन आंदोलन चलाने का संकल्प लेती है। राज्य में अनेक स्थानों पर प्रदर्शन हो चुके किंतु यह अभियान रुकने वाला नहीं है।