किशनगंज,केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने बिहार में बांग्लादेशी घुसपैठ की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बुधवार को यहां जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठ और रोहिंग्या मुसलमान सीमांचल सहित देश के लिए एक बड़ी समस्या है।
केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वो वोट बैंक के खातिर बांग्लादेशी घुसपैठियों को शरण देते हैं और फर्जी दस्तावेज तैयार करने में उनकी मदद भी करते है। घुसपैठियों का समाधान के लिए बंगाल और बिहार के सीमावर्ती इलाकों में राष्ट्रवादी विचारधारा की सरकार बनानी होगी।
केंद्रीय मंत्री चौधरी ने कहा कि सीमांचल में बांग्लादेशी घुसपैठियों का समाधान करना भाजपा की पहली प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने पिछले 9 सालों में सभी वर्गों के लोगों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं बनाईं गई। मोदी की योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के सबको मिल रहा है।
संतोष सुमन के इस्तीफे पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अभी टेलर चल रहा है, फिल्म अभी बाकी है। नीतीश कुमार के विपक्षी एकता पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार विपक्षी एकता को जोड़ने की बात कर रहे है, जबकि इस सरकार के अंदर भ्रष्टाचार इतना कि ईमानदार छवि वाले बाहर निकल रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इनके और टुकड़े होंगें।
मौके पर भाजपा एमएलसी डॉ दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि सीमांचल के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। अब केंद्र सरकार की पहल पर पूर्णिया मेडिकल कॉलेज में अगले महीने से मेडिकल की पढ़ाई आरंभ हो जाएगी। जिसका फायदा इस क्षेत्र के मेडिकल के पढ़ाई करनेवाले छात्रों को होगा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का सपना है कि प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज खुलना चाहिए। उन्होंने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस की सरकार ने संसद में नया कानून बना दिया था कि सरकार कोई भी नया मेडिकल कॉलेज नहीं खोलेगी। बाद में अटल बिहारी की सरकार ने एम्स और नया मेडिकल कॉलेज खोलना शुरू किया।
दिलीप कुमार जायसवाल ने कहा कि 7 वर्ष पूर्व केंद्र की मोदी सरकार ने पूर्णिया, मुंगेर और आरा सहित अन्य जिलों में नया मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए बिहार सरकार को पैसा भेजा था। उन्होंने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि इस सरकार में इतनी बड़ी लापरवाही है, जहां पिछले 7 वर्ष में एक तरफ अन्य राज्यों के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज बनकर पिछले 3 वर्षों से चल रहा है। वहीं बिहार में अब तक कॉलेज खोलने के बजाय उसके भवनों का निर्माण कार्य ही चल रहा है।
साभार -हिस