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मालगाड़ियों का परिचालन निरंतर जारी
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कोरोना वायरस के प्रकोप को ध्याजन में रखते हुए यात्री ट्रेन सेवाएं अभी बंद हैं
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खाद्यान्न, नमक, चीनी, दूध, खाद्य तेल, प्याज, फल-सब्जियां, पेट्रोलियम उत्पाद, कोयला और उर्वरक जैसे सामान रेलवे टर्मिनलों पर किए जा रहे हैं लोड
नई दिल्ली. कोरोना वायरस की महामारी को फैलने से रोकने के लिए भारतीय रेलवे ने 31 मार्च तक देशभर में यात्री ट्रेन सेवाओं का परिचालन बंद कर दिया है. वर्तमान में भारतीय रेलवे देशभर में केवल मालगाड़ियों का ही परिचालन कर रहा है. यही नहीं, भारतीय रेलवे अपनी निर्बाध माल ढुलाई सेवाओं के जरिए आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है. अनेक राज्यों में ‘लॉकडाउन’ के दौरान विभिन्न गुड-शेड, स्टेशनों और नियंत्रण कार्यालयों में तैनात भारतीय रेलवे के कर्मचारी चौबीसों घंटे अपनी सेवाएं देकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि पूरे देश में कहीं भी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित न हो.
खाद्यान्नं, नमक, खाद्य तेल, चीनी, दूध, फल-सब्जियों, प्याज, कोयला और पेट्रोलियम उत्पादों जैसी आवश्यक वस्तुओं के लिए 23 मार्च 2020 को कुल 474 रेक लोड किए गए थे. उस दौरान भारतीय रेलवे द्वारा कुल मिलाकर 891 रेक लोड किए गए, जिनमें अन्य महत्वपूर्ण वस्तुएं भी शामिल हैं, जैसे कि लौह अयस्क के 121 रेक, स्टील के 48 रेक, सीमेंट के 25 रेक, उर्वरक के 28 रेक, कंटेनर के 106 रेक, इत्यालदि. राज्य सरकारों के साथ उचित तालमेल बनाए रखा जा रहा है, ताकि कोरोना के मद्देनजर लगाई गई विभिन्न पाबंदियों के कारण आवश्यक वस्तुओं के रेकों का संचालन बिना किसी देरी के सुविधाजनक ढंग से हो सके.
भारतीय रेलवे ने माल एवं पार्सल के लिए विलंब-शुल्का और गोदी-शुल्कग की दरों को 31.03.2020 तक घटाकर निर्दिष्ट दरों का आधा कर दिया है. माल/कंटेनर यातायात से संबंधित रेट पॉलिसियों की वैधता को भी एक माह यानी 30.04.2020 तक बढ़ा दिया गया है.