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प्रशासन के साथ विफल हुई वार्ता
चंडीगढ़, हरियाणा में सूरजमुखी पर एमएसपी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में सोमवार को कुरुक्षेत्र में हुई महापंचायत बेनतीजा रही। प्रशासन के साथ वार्ता विफल रहने के बाद किसानों ने दिल्ली-जम्मू मार्ग पर जाम लगा दिया। जाम में हजारों लोग फंस गए। जाम में फंसे लोगों को निकालने के लिए पुलिस ने दोनों ओर के ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया।
किसान नेताओं ने बताया कि दो बार प्रशासन से बातचीत हुई है। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहरलाल से करनाल में बात करने का भरोसा दिया लेकिन बाद में कहा कि वे चले गए हैं। इससे साफ है कि सरकार पूरे मामले को लेकर गंभीर नहीं है। इसलिए लाठी-डंडे पड़ें या जेल भेजें, अब हाइवे जाम किया जाएगा।
किसानों ने सोमवार को सूरजमुखी को लेकर एमएसपी दिलाओ-किसान बचाओ रैली का आयोजन किया। इसमें हरियाणा के अलावा राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और यूपी से हजारों की संख्या में किसान पहुंचे। किसान सूरजमुखी पर एमएसपी और किसान नेता गुरनाम चढ़ूनी व दूसरे नेताओं की रिहाई की मांग कर रहे थे।
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों ने एमएसपी की मांग की तो उन्हें लाठियां मिलीं। टिकैत ने ऐलान किया कि सरकार चढूनी को तुरंत रिहा करे वर्ना आंदोलन को तेज किया जाएगा। एक किसान पर लाठी पड़ेगी तो पूरे देश का किसान इकट्ठा होगा। किसान नेता सुरेश कोच ने कहा कि जब तक बात सूरजमुखी की है, तब तक बात गुरनाम सिंह चढूनी समेत 9 किसानों को छोड़ने की है।
रैली में पहलवान बजरंग पूनिया भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि पहले किसान अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ लड़ रहे थे। हम बृजभूषण के खिलाफ लड़ रहे हैं। किसी पर एक्शन नहीं हुआ। किसानों को सड़क पर खड़े देखकर दुख होता है। हम भी ऐसे ही परिवारों से हैं। हम जितने भी खिलाड़ी हैं, हम आपके साथ हैं। किसानों की आज दो बार प्रशासन के साथ वार्ता हुई। बातचीत में कोई हल नहीं निकलने पर किसानों ने दिल्ली-जम्मू मार्ग पर यातायात अवरुद्ध कर दिया।
साभार -हिस