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60 करोड़़ की लागत से बनेगा डिजिटल म्यूजियम, जानें क्या होगी विशेषता
प्रयागराज।संगम नगरी प्रयागराज में जनवरी 2025 में होने वाले महाकुंभ को अलौकिक और भव्य बनाने के लिए प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी है।इस बार डिजिटल कुंभ म्यूजियम बनाने की योजना है।डिजिटल कुंभ म्यूजियम 60 करोड़़ रुपये से बनाया जाएगा।इसकी जिम्मेदारी पर्यटन विभाग को दी गई है।इसमें देश और प्रदेश की संस्कृति के अलावा महाकुंभ के पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व का भी दर्शन होगा।डिजिटल कुंभ म्यूजियम से लोगों को आधुनिक महाकुंभ की अनुभूति होगी।
डिजिटल कुंभ म्यूजियम में म्यूजियम हीटिंग,वेंटीलेशन एंड एयर कंडीशनिंग और ऑडियो-वीडियो रूम की सुविधा होगी। विभिन्न अध्यात्मिक दर्शन वाली गैलरी होगी।इसमें आध्यात्मिक और कुंभ मेला व्याख्या गैलरी, समुद्र मंथन गैलरी और अखाड़ा गैलरी भी होगी।फूड प्लाजा और यादगार वस्तुओं की दुकानें होंगी ताकि यहां आने वाले लोग महाकुंभ से संबंधित साहित्य और उत्पादों को खरीद सकें।इसके अलावा कल्चरल हॉट अक्षय वट म्यूजियम गैलरी और थिएटर के साथ ही गेस्ट हाउस जैसी सुविधाएं भी दी जाएगी।
म्यूजियम की तैयार की गई रूपरेखा के मुताबिक प्रवेश द्वार डिजिटल माध्यम से संगम का दर्शन कराया जाएगा।इसमें गंगा-जमुना और सरस्वती को अलग-अलग रंगों के माध्यम से प्रदर्शित करने की कोशिश रहेगी।इसके बाद व्याख्या गैलरी में प्रयागराज के मैप को बड़ी स्क्रीन पर दिखाया जाएगा,जिसे टच के माध्यम से एक्सप्लोर किया जा सकेगा। संगम नगरी के इतिहास के साथ-साथ आधुनिक शहर के बारे में भी बताया जाएगा।
बताते चलें कि 2019 के कुंभ मेले से पहले संगम नगरी का कायाकल्प कर दिया गया था। कुंभ मेले में संगम नगरी आए लोग यहां का बदला रूप देखकर चकित थे।यही नहीं अगर कोई संगम नगरी का रहने वाला साल भर बाद 2019 में घर लौटा तो उसे भी सब कुछ बदला सा नजर आया था।चौराहे, सड़कें,गलियां सब कुछ बदल चुकी थी।तमाम प्रमुख इमारतों से लेकर ओवरब्रिज की दीवारों तक को सुंदर पेंटिंग के जरिए जीवंत कर दिया गया था। संगम नगरी सचमुच में एकदम निखरी और चकमती हुई दिखी।अब 2025 महाकुंभ से पहले भी संगम नगरी को और भी निखारने की कोशिश की जा रही है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की यही मंशा है औऱ प्रयागराज के अधिकारी भी इसी दिशा में काम कर रहे हैं। 2019 के कुंभ की पूरी दुनिया में सराहना की गई थी।इस बार उसी दिव्यता और भव्यता को और भी प्रगाढ़ करने का इरादा है।मेला क्षेत्र में तथा इसके आसपास के क्षेत्र दारागंज, सलोरी, कीडगंज, अल्लापुर तथा कछारी क्षेत्रों और पार्किंग स्थल पर जो भी अवैध निर्माण हुए हैैं, उन्हें ध्वस्त कराया जाएगा। वहां सड़कें चौड़ी की जाएंगी। नैनी, झूंसी, फाफामऊ और धूमनगंज और झलवा की सड़कें भी चौड़ी होंगी।