राजस्थान, राजस्थान में गुरुवार देर रात तेज अंधड़ के साथ आई बारिश ने जबरदस्त कहर बरपाया। राजधानी जयपुर और आसपास के जिलों में 96 किलोमीटर की प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवा चली। तेज आंधी के कारण कई इलाके में बिजली के खंभे गिरने और पेड़ उखड़ने से कई इलाके अंधेरे में डूब गए। तूफान बारिश के कारण टोंक जिले में 12 लोगों की मौत हो गई है।
पुलिस के अनुसार टोंक शहर में दादा, पोता और पोती समेत तीन की और जिले के निवाई में दो बच्चों समेत तीन की मौत हुई। इसके अलावा देवली के टोकरावास और आवां में एक-एक, मालपुरा में दो और टोडारायसिंह और उनियारा में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है।
जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने बताया कि प्रशासन रात से ही एक्टिव है। रात को ही हमारे उपखंड अधिकारी और तहसीलदार प्रभावित क्षेत्रों में चले गए थे। उन्होंने कहा कि अभी तक 12 मौतों की सूचना हमारे पास आई है। कुछ घायल भी हैं। मैंने अस्पताल जाकर घायलों से उनका कुशलक्षेम जाना है। जिन लोगों को चोटें आई हैं, मकान गिरे हैं, उनसे हमने बात की है। फील्ड स्टॉफ सर्वे कर रहा है, नियमानुसार पीड़ितों को सहायता दी जाएगी। बिजली, पानी और मोबाइल नेटवर्क से संबंधित परेशानियों को भी संबंधित अधिकारियों के साथ मीटिंग करके दुरुस्त करवाया जा रहा है।
जिले भर में पेड़, टीन शेड, बिजली के पोल गिरने के बाद बिजली गुल होने से परेशानी ज्यादा बढ़ गई है। ग्रामीण इलाकों में पिछले 15 घंटों से बिजली आपूर्ति ठप है। नेट कनेक्टिविटी के साथ मोबाइल नेटवर्क भी कई स्थानों पर बाधित है। सैकड़ों की तादाद में परिंदों और दो दर्जन से ज्यादा मवेशियों के मरने की भी सूचना है।
मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भी राज्य के उत्तरी भागों गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, चूरू, झुंझुनू, सीकर, अलवर, नागौर, जयपुर, दौसा, भरतपुर, धौलपुर और करौली जिलों में दोपहर बाद अंधड़-बारिश के साथ-साथ कहीं-कहीं ओलावृष्टि होने की प्रबल संभावना है। बीकानेर, जयपुर, भरतपुर, अजमेर, कोटा संभाग के जिलों में आज भी आंधी-बारिश का दौर जारी रह सकता है।
साभार -हिस