श्योपुर/भोपाल, मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में मंगलवार को एक चीता शावक की मौत हो गई। यहां दक्षिण अफ्रीकी देश नामीबिया से लाई गई मादा चीता ज्वाला ने दो माह पहले ही चार शावकों को जन्म दिया था। इन्हीं से एक शावक की मौत हुई है। प्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक जसवीर सिंह चौहान ने शावक की मौत की पुष्टि की है।
उन्होंने बताया कि चीता शावक कूनो पार्क प्रबंधन की मॉनिटरिंग के दौरान बीमार मिला था, जिसकी मंगलवार दोपहर इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्होंने बताया कि ज्वाला चीता के तीन शावक फिलहाल स्वस्थ हैं और वन अधिकारी उन पर निगरानी बनाये हुए हैं।
दरअसल, मादा चीता ज्वाला ने 24 मार्च को चार शावकों को जन्म दिया था। इसके बाद कूनो अभ्यारण्य में खुशी का वातावरण बन गया था, लेकिन कूनो राष्ट्रीय उद्यान में दो महीने के भीतर चार चीतों की मौत हो चुकी है। इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी चीता परियोजना को बड़ा झटका माना जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि नामीबिया से लाये गये आठ चीतों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने जन्मदिन पर 17 सितम्बर 2022 को कूनो राष्ट्रीय उद्यान के बाड़ों में रिलीज किया था। इसके बाद 12 चीते दक्षिण अफ्रीका से लाकर यहां छोड़े गये थे।
वहीं, नामीबिया से लाई गई मादा चीता ज्वाला ने चार शावकों को यहां दो माह पहले जन्म दिया था। इस तरह यहां कुल 24 चीते हो गए थे, लेकिन बीते दो माह में यहां तीन चीतों और शावक की मौत हो गई है। इनमें सबसे पहले मादा चीता साशा, इसके बाद नर चीता उदय और फिर माता चीता दक्षा की मौत हुई थी। अब शावक की मौत के बाद 20 चीते ही कूनो नेशनल पार्क में बचे हैं। इनमें 17 बड़े चीते और तीन शावक शामिल हैं।
साभार -हिस