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एलईडी बल्ब बनाकर आत्मनिर्भर बन रही हैं मीरजापुर की महिलाएं
मीरजापुर, उत्तर प्रदेश के मीरजापुर जिले के विकास खंड छानबे के जागृति संकुल की 12 महिलाएं एलईडी बल्ब बनाकर स्वावलंबी बन रही हैं। एलईडी से महिलाओं के लिए समृद्धि का द्वार खुल रहा है। वर्तमान में स्वयं सहायता समूह की महिलाएं प्रतिदिन लगभग 60 एलईडी बना रही हैं। प्रति एलईडी बनाने में महज 40 रुपये का खर्च आ रहा है। इसको स्थानीय बाजार में महिलाएं लगभग 60 से 80 रुपये में बिक्री करती हैं। वर्तमान में एलईडी बनाकर लगभग 20 हजार रुपये प्रतिमाह धन अर्जित कर रही हैं।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के लिए आजीविका प्रदान करने में मील का पत्थर साबित हो रही है। जनहितकारी और आर्थिक स्वावलंबन प्रदान करने की योजना स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को आर्थिक मजबूती प्रदान कर रही है। इससे महिलाएं स्वावलंबी बनकर अपने परिवार का अच्छे ढंग से पालन-पोषण कर रही हैं।
जिला मिशन प्रबंधक दशरथ मिश्र ने बताया कि विकास खंड छानबे में संचालित अंजली स्वयं सहायता समूह की 12 महिलाएं अध्यक्ष किरन देवी के निर्देशन में एलईडी बना रही हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूह का गठन किया गया है।
जागृति संकुल संघ छानबे की आभा सिंह और गीता देवी ने बताया कि 2016 में 15 ग्राम संगठनाें को जोड़ते हुए संकुल संघ का निर्माण हुआ। तब सभी सदस्याें का एक ही सपना था कि हम सब गरीबी के दुष्चक्र से बाहर निकलते हुए अपने घर एवं परिवार का विकास करें। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए निरंतर समूह गठन, ग्राम संगठन के गठन में पूंजी की उपलब्धता, बैंक से ऋण, सदस्याें का क्षमतावधर्न, कौशल विकास, नए उद्यम की स्थापना का कार्य किया।
जिला विकास अधिकारी एवं डीसी एनआरएलएम श्रवण राय ने बताया कि स्वयं सहायता समूह की महिलाएं एलईडी बना रही हैं। स्थानीय बाजार में वर्तमान में बिक्री हो रही है, इनको बाजार मुहैया कराने की कवायद की जा रही है।
साभार -हिस