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आला अफसर घाट पर, एसडीआरएफ और स्थानीय गोताखोर कर रहे बाकी की तलाश
मुरैना (मध्य प्रदेश), मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में शनिवार सुबह हाथ पकड़कर चंबल नदी पार कर रहे 17 लोगों में से सात लोग डूब गए। इनमें से दो शव बाहर निकाल लिए गए हैं। पांच व्यक्ति अब भी लापता हैं। 10 लोग सुरक्षित किनारे पहुंच गए। जिले के आला अधिकारी घाट पर मौजूद हैं। एसडीआरएफ की टीम और स्थानीय गोताखोर बाकी लापता लोगों की तलाश में जुटे हैं।
यह वाकया मुरैना जिले के टेंटरा थाना क्षेत्र के राइडी राधेन गांव में चंबल घाट पर हुआ है। घाट पर मौजूद स्थानीय लोगों का कहना है कि शिवपुरी जिले के छिलावद गांव से हर साल लोग बड़ी संख्या में राजस्थान में स्थित कैलादेवी के दर्शन करने जाते हैं। हादसे का शिकार हुए लोग भी कैलादेवी जा रहे थे। यह सभी लोग एक-दूसरे का हाथ पकड़कर चंबल नदी पार कर रहे थे। इस दौरान एक व्यक्ति का पांव फिसल गया। इससे सात लोगों का संतुलन बिगड़ गया और देखते-देखते चंबल की लहरों में समा गए। इनमें कई महिलाएं भी हैं। इनके बाकी दस साथी सुरक्षित किनारे तक पहुंच गए हैं। आठ लोग राजस्थान के मंडरायल और दो श्रद्धालु मुरैना के तट पर सुरक्षित मिले। लापता सात लोगों में से दो के शव चंबल से बाहर निकाल लिए गए हैं। बाकी पांच की तलाश के लिए गोताखोर और एसडीआरएफ का दल कड़ी मशक्कत कर रहा है।
प्रशासन का कहना है कि देवकी नंदन कुशवाह (60) पुत्र हीरा कुशवाह निवासी छिलावद जिला शिवपुरी तहसील कोलारस और कल्लो पत्नी श्याम कुशवाह की डूबने से मौत हो गई। दोनों के शव बरामद हो गए हैं । रूक्मणी पत्नी दीपक कुशवाह, लवकुश कुशवाह पुत्र थानसिंह कुशवाह, बृजमोहन पुत्र पप्पू कुशवाह, रश्मि पत्नी सुनील कुशवाह, धनीराम कुशवाह पुत्र खेरा कुशवाह (30) छिलावद की तलाश की जा रही है।