मध्य रेलवे के बयान के अनुसार, उसने अपने सभी ब्रॉड गेज मार्गों (3,825 रूट किलोमीटर) पर 100 प्रतिशत विद्युतीकरण हासिल कर लिया है। मध्य रेलवे का अंतिम गैर-विद्युतीकृत खंड यानी सोलापुर डिवीजन पर औसा रोड- लातूर रोड (52 आरकेएम) का 23 फरवरी 2023 को विद्युतीकरण पूरा किया गया था।
रेलवे के अनुसार, “मध्य रेलवे अब सभी ब्रॉड गेज मार्गों पर पूरी तरह से विद्युतीकृत हो गया है, जिससे हर साल 5.204 लाख टन कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में मदद मिली है और सालाना 1670 करोड़ रुपये की बचत भी हुई है। रेलवे विद्युतीकरण की गति, जो पर्यावरण के अनुकूल है और प्रदूषण को कम करती है, 2014 के बाद से 9 गुना गति से बढ़ी है। रेलवे ने ब्रॉड गेज मार्गों के विद्युतीकरण की योजना बनाई है, जिससे डीजल कर्षण को समाप्त करने में मदद मिलेगी, जिसके परिणामस्वरूप इसके कार्बन फुटप्रिंट और पर्यावरण प्रदूषण में महत्वपूर्ण कमी आएगी।”
साभार -हिस
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