हिमाचल प्रदेश,इस संदर्भ में स्पष्ट करना चाहता हूँ कि यह ट्रस्ट विश्वहिंदुपरिषद द्वारा संचालित है किंतु मंदिर का प्रबंधन स्थानीय समाज के प्रबुद्ध लोगों द्वारा होता है व स्थानीय समाज द्वारा विवाह व अन्य धार्मिक – सामाजिक कार्यों के आयोजन के लिए सराय को निर्धारित शुल्क देकर उपयोग में लाया जाता है। समिति के कार्यकर्ताओं से फ़ोन द्वारा प्राप्त जानकारीके अनुसार मंदिर की सराय में मुस्लिम दम्पति का निकाह हुआ है।
रामपुर सत्यनारायण मंदिर परिसर की सराय में हुए एक विवाह समारोह के संदर्भ में विश्व हिंदू परिषद हिमाचल का कोई लेना देना नहीं है व विश्वहिंदुपरिषद हिन्दू मंदिरों में निकाह जैसी इस्लामिक प्रक्रिया का समर्थन भी नही करती है। विश्व हिंदू परिषद का स्पष्ट मत है कि हिंदू मंदिरों में सनातन प्रक्रिया से ही विवाह का आयोजन होना चाहिए । प्रबंधन समिति से भी आग्रह किआ गया है कि भविष्य में इस बात का विचार करते हुए ही मंदिर परिसर में आयोजन की अनुमति हो।
सारे मामले की सम्पूर्ण जानकारी के लिए विहिप के प्रांत मंत्री जी की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की है ताकि प्रबंधन समिति से व स्थानीय समाज से मिल कर वास्तविक स्थिति की जानकारी प्राप्त कर के उचित कार्यवाही की जा सके।
