मुंबई, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि 16 विधायकों की अयोग्यता पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने के बाद ही चुनाव आयोग को अपना निर्णय सुनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में 14 फरवरी से सुनवाई शुरू होने वाली है।
उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि लोग कन्फ्यूज हैं। कई लोग सोच रहे हैं कि शिवसेना का क्या होगा। मैं शिवसेना के दो गुटों को स्वीकार नहीं करता। शिवसेना एक है और एक रहेगी। शिवसेना हमारी है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि इस बात की प्रबल संभावना है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले में 16 विधायक अयोग्य हो जाएंगे। उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह दावा गलत है कि हमारे पास अधिक विधायक हैं तो हम पार्टी हैं। जब पार्टी केवल विधायिका और संसदीय प्रतिनिधियों पर निर्भर करेगी, तब इसका दूरगामी परिणाम होंगे। कोई भी उद्योगपति पार्टी को तोड़कर सरकार बनाएगा। कोई भी पार्टी जनता के सहयोग से बनती है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना के संविधान में पहले शिवसेना प्रमुख पद था, इसी पद पर स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे आजीवन रहे, लेकिन उनकी मौत के बाद पार्टी अध्यक्ष का पद सृजित किया गया। उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग को पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव करवाने के लिए पत्र भेजा है, लेकिन अभी तक चुनाव आयोग की ओर से उन्हें कोई सूचना नहीं मिली है।
साभार- हिस