बेगूसराय, केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने रविवार को कहा है कि यूपीए सरकार ने तो अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा शिलान्यास किए गए बिहार की बड़ी परियोजना को रोक दिया था। लेकिन नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनते हैं ना सिर्फ उस परियोजना को पूरा किया, बल्कि बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री रहे बिहार केसरी डॉ. श्रीकृष्ण सिंह (श्रीबाबू) के सपनों को साकार कर रहे हैं।
अपने संसदीय क्षेत्र बेगूसराय में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि मैं भाग्यशाली हूं कि बेगूसराय के लोगों ने इतने अधिक मतों से जीताकर लोकसभा भेजा। हर संभव प्रयास करता हूं कि लोगों की सोच के अनुरूप काम करुं, उनकी उम्मीदों पर खरा उतर सकूं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बेगूसराय को 50 से 60 हजार करोड़ का उपहार दिया, उनके दिलो-दिमाग पर सिर्फ और सिर्फ विकास बैठा हुआ है।
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी बिहार केसरी श्रीबाबू की कीर्ति को सजा रहे हैं। श्रीबाबू द्वारा बनवाए गए थर्मल को नरेन्द्र मोदी ने एनटीपीसी का दो यूनिट देख संवार दिया। नौ हजार करोड़ से अधिक की लागत से उस फर्टिलाइजर का पुनर्निर्माण किया जो बंद हो चुका था। बिहार का इकलौते रिफाइनरी बरौनी रिफाइनरी लग रहा था कि बंद हो जाएगा। उसे अटल बिहारी वाजपेयी जी ने छह एमएमटीपीए क्षमता का किया और नरेन्द्र मोदी के शासनकाल में यह नौ एमएमटीपीए का हो रहा है।
पेट्रोकेमिकल की स्थापना हो रही है, लोग कहते रहे कि पेट्रोकेमिकल आ रहा है-आ रहा है, लेकिन नहीं आया। डॉ. भोला बाबू ने भी इसके लिए कई बार आवाज उठाया। अब पेट्रोकेमिकल लग रहा है तो आने वाले दिनों में यहां सैकड़ों यूनिट लगेंगे, जो जीवन के हर क्षेत्र का काम करेंगे। श्रीबाबू के सपनों को साकार करते हुए, उनके कीर्ति को संवारते हुए नरेन्द्र मोदी ने एनएच को फोरलेन बनवाया, फ्लाईओवर विकास को नई ऊंचाई देगा।
नरेन्द्र मोदी अगर बेगूसराय को नहीं संवारते तो बिहार की औद्योगिक राजधानी पुनर्जीवन की ओर नहीं जाता। अटल बिहारी वाजपेयी जी ने मुंगेर पुल का शिलान्यास किया था, लेकिन यूपीए के कार्यकाल में उसका काम ठप रहा। मोदी जब प्रधानमंत्री बने तो उनकी नजर गई और आज रेल एवं सड़क यातायात शुरू हो चुका है। सिमरिया में श्रीबाबू के कार्यकाल में बना पुल जब बराबर मरम्मत के चक्कर में रह गया तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वहां ना केवल सिक्स लेन सड़क पुल बनवा रहे हैं, बल्कि एक और रेल पुल भी बन रहा है। यह दोनों विकास की गति को एक नई ऊंचाई देगा।
गिरिराज सिंह ने कहा कि देश की स्वास्थ्य व्यवस्था चौपट थी, जब कोरोना आया तब पता चला कि देश में ना बेड है, ना सिलेंडर और ना आधुनिक उपकरण। आज पूरे देश के किसी भी क्षेत्र में चले जाइए वहां के अस्पताल में पर्याप्त संख्या में बेड उपलब्ध है, ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है, आधुनिक उपकरण उपलब्ध है। सिर्फ बेगूसराय के सरकारी अस्पतालों में चार सौ बेड उपलब्ध है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में पेट्रोलियम मंत्रालय की कोशिश से बिहार के किसी भी सरकारी अस्पताल का सबसे पहला बाल चिकित्सा वार्ड 50 बरौनी रिफाइनरी ने बेगूसराय सदर अस्पताल में बनाकर आमजनों के लिए समर्पित कर दिया। बेगूसराय आने वाले दिनों में नार्थ बिहार का सबसे अच्छा अस्पताल साबित हो जाएगा।
अटल बिहारी वाजपेयी जब प्रधानमंत्री बने तो उच्च गुणवत्ता के स्वास्थ्य सेवा के लिए पांच एम्स की स्थापना की, आज मोदी के प्रयास से देश में 22 एम्स है। डॉक्टर की पढ़ाई के लिए सीट 82 हजार से बढ़कर डेढ़ लाख हो गया है। जन औषधि केंद्र को सर्व व्यापक बनाया गया, इससे हर जगह लोगों को सस्ती दवाई मिल रही है। पीजी की सीट दोगुना हो गया, मेडिकल कॉलेज 387 से बढ़कर 648 हो गए, मृत्यु का अनुपात 130 से कम होकर 95 रह गया। देशभर में साढ़े 17 हजार वैलनेस सेंटर हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश सभी मामलों में तेजी के साथ विकास के पथ पर अग्रसर है। समाज के अंतिम पायदान तक बैठे लोगों को समुचित सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है तो ऐसे में बिहार और बेगूसराय में भी सभी क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर काम हो रहे हैं।
साभार- हिस