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विकास के लिए जोशीमठ में होंगे विशेष कार्य
देहरादून, जोशीमठ के मुद्दे पर जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री पूरी तरह सचेत हैं वहीं विपक्षियों के फैलाए जा रहे भ्रमजाल को तोड़ने का निरंतर प्रयास कर रहे हैं। ट्वीट या सोशल मीडिया के माध्यम से उत्तराखंड को बदनाम कर रहे कुछ लोगों को करारा जवाब देते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि जोशीमठ के सिर्फ 30 प्रतिशत क्षेत्र में अव्यवस्था है शेष 70 प्रतिशत जनता सामान्य जीवन जी रही हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने ऐसे लोगों पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि कुछ लोग उत्तराखंड के जोशीमठ आपदा के बहाने उत्तराखंड की भयानक स्थिति को प्रदर्शित कर रहे हैं, जिसका प्रभाव अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा है कि मात्र 30 प्रतिशत लोगों के लिए 70 प्रतिशत लोगों को प्रभावित बताना उचित नहीं है। उन्होंने कहा है कि सरकार तथा शासन-प्रशासन जोशीमठ में प्रभावितों के लिए प्रभावी कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने यह भी आग्रह किया है कि अनावश्यक रूप से वितण्डावाद प्रचारित करना उचित नहीं है। इससे जोशीमठ ही नहीं पूरे प्रदेश की छवि खराब हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश के कुछ लोग सोशल मीडिया, मीडिया और अन्य संचार माध्यमों से उत्तराखंड की स्थिति बहुत भयावह दिखा रहे हैं। जोशीमठ समेत पूरे उत्तराखंड को खतरे में बता रहे हैं। उन्होंने इस संदर्भ में कहा,” मैं कहना चाह रहा हूं कि ऐसी स्थिति नहीं है। जोशीमठ में 70 प्रतिशत लोग सामान्य जीवन जी रहे हैं। इस तरह के समाचारों से पूरे देश में और उत्तराखंड में नकारात्मक संदेश जा रहा है। उत्तराखंड में देश से करोडों लोग पर्यटन की दृष्टि से आते हैं, ऐसे में उनमें भी गलत संदेश जा रहा है। उन्होंने कहा है कि मैं ऐसे लोगों से आग्रह करता हूं कि वे ऐसे संदेश प्रचारित न करें।”
मुख्यमंत्री ने ड्रेनेज सिस्टम पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि तब तक की और अब की स्थिति में बड़ा अंतर है। जनसंख्या घनत्व बढ़ा है, हमें इस संदर्भ में दोबारा काम करना होगा। उन्होंने कहा कि जोशीमठ में जो आठ संस्थान सर्वेक्षण की दृष्टि से काम कर रहे हैं उनकी आख्या आने के बाद उन पर ध्यान दिया जाएगा। एनडीएमए की टीम पर उस पर गौर करेगी और उसी अनुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अब सभी काम नये सिरे से होंगे। हम कई नये स्थानों का भी चयन कर रहे हैं। स्थानीय लोगों के साथ जिलाधिकारी ने जो कमेटी बनाई है उनकी आख्या पर आगे बढ़ेंगे और सबकी सहमति से काम करेंगे।
साभार- हिस