नई दिल्ली, मिलिट्री इंजीनियर सर्विसेज (एमईएस) के प्रशिक्षु अधिकारियों ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। राष्ट्रपति ने प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि निर्माण के क्षेत्र में युवा अधिकारियों के रूप में एमईएस अधिकारियों का मुख्य कर्तव्य पर्यावरण की देखभाल करना भी है। उन्होंने कहा कि एमईएस बड़ी संख्या में सौर फोटोवोल्टिक परियोजनाओं को पूरा करके राष्ट्रीय कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में बहुत योगदान दे रहा है।
उन्होंने कहा कि मिलिट्री इंजीनियर सर्विसेज के अधिकारियों के रूप में वे सेना, वायु सेना, नौसेना, तटरक्षक और अन्य संगठनों को रियर लाइन इंजीनियरिंग सहायता प्रदान करने में सहायक होंगे। उनकी ओर से सशस्त्र बलों को दी जाने वाली समर्पित इंजीनियरिंग सहायता उनके समग्र प्रदर्शन को बढ़ाएगी और उन्हें किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखेगी।
राष्ट्रपति ने इस पर प्रसन्नता व्यक्त की कि एमईएस ने गुजरात के गांधीनगर में अब तक का पहला 3डी प्रिंटेड आवास का निर्माण पूरा कर लिया है। उन्होंने कहा कि जहां भी संभव हो रिसाइकलिंग को बढ़ावा देना चाहिए।
साभार-हिस