जोशीमठ, उत्तराखंड के जोशीमठ में हो रहे भू धसाव और मकानों में आ रही दरारों से भयभीत नगरवासियों का आक्रोश आज भी सड़कों पर दिखा। सुबह से चक्का जाम और बाजार पूरी तरह बंद रहा। इससे औली और अन्य पर्यटन स्थलों से वापस लौट रहे पर्यटक खासे परेशान रहे। इस दौरान जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।
बीती रात्रि को विशाल मशाल जुलूस के बाद गुरुवार को जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर चक्का जाम और बाजार बंद पूर्ण रूप से सफल रहा। जिला प्रशासन की ओर से ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दीपक सैनी और पुलिस उपाधीक्षक प्रमोद शाह आंदोलन कर रहे लोगों से निरंतर वार्ता कर जाम खोलने का आग्रह करते रहे लेकिन आंदोलन का नेतृत्व कर रहे जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष शैलेन्द्र पंवार और संयोजक अतुल सती ने दो टूक कहा कि एनटीपीसी की परियोजना , हेलंग-मारवाड़ी बाई पास को बन्द किये जाने और प्रभावित हुए परिवारों की पुनर्वास की सम्पूर्ण व्यवस्था का लिखित आश्वासन देने के बाद ही जाम खोला जाएगा।
समाचार लिखे जाने तक चक्का जाम जारी था। प्रभावितों की मांगों पर लिखित आश्वासन व अन्य वार्ता अपर जिलाधिकारी के धरना स्थल पर पहुंचने के बाद ही लिए जाने की उम्मीद है।
साभार-हिस