नई दिल्ली, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की कुलपति प्रो. शांतिश्री डी. पंडित ने विश्वविद्यालय के छात्रों को कोरोना को लेकर सावधान किया है। उन्होंने छात्रों, कर्मचारियों और फैकल्टी से अनुरोध किया है कि वे कोरोना गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करें।
दरअसल, जेएनयू की वीसी का यह बयान जापान, अमेरिका, ब्राजील और चीन में कोविड-19 के मामलों में अचानक आई तेजी को देखते हुए बुधवार को आया है। जेएनयू के ट्विटर हैंडल से छात्रों को आगाह किया गया है। साथ ही भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी एक पत्र भी साझा किया गया है। जेएनयू के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, कोविड से संबंध में जो भी निर्देश मिलेंगे, उनका पालन किया जाएगा।
राजधानी दिल्ली की बात करें तो कोरोना के केस 10 से भी कम आ रहे हैं। 20 दिसंबर को दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, 7 मरीज संक्रमित मिले हैं, जबकि करीब 2700 टेस्ट हुए हैं। फिलहाल, दिल्ली में स्थिति ठीक है लेकिन देखने में मिल रहा है कि अधिकांश लोग बिना मास्क पहने ही घर से बाहर निकल रहे हैं।
वहीं बाहरी देशों में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद से भारत सरकार का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी राज्यों को पत्र भी लिखा गया है। पत्र में स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से वायरस के नए स्वरूप पर नजर रखने के लिए संक्रमित पाए गए नमूनों के जीनोम सीक्वेंसिंग को बढ़ाने का आग्रह किया। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि इस तरह की कवायद देश में वायरस के नए स्वरूप का समय पर पता लगाने में सक्षम होगी और आवश्यक सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को सुनिश्चित करेगी।
वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर दिल्ली सरकार नजर बनाई हुई है। ऐसा माना जा रहा है कि राजधानी में एक बार फिर से मास्क को अनिवार्य हो सकता है। साथ ही टेस्टिंग बढ़ाई जा सकती है।
साभार-हिस