भुवनेश्वर। नई दिल्ली में भुवनेश्वर स्थित विश्व के सबसे बड़े आदिवासी आवासीय विद्यालय कीस के साथ भारत समेत दक्षिण एशिया में वालीबाल खेल को लोकप्रिय बनाने तथा उसके प्रोत्साहन के लिए अन्तर्राष्ट्रीय वालीबाल परिसंघ के बीच एक ऐतिहासिक करार हुआ। करारनामे पर कीस की ओर से कीट-कीस के प्राणप्रतिष्ठाता तथा कंधमाल लोकसभा सांसद प्रो.अच्युत सामंत ने तथा अन्तर्राष्ट्रीय वालीबाल परिसंघ की ओर से परिसंघ के अध्यक्ष डॉ.आर्य एस.ग्राका एफ,स्वीतजरलैण्ड ने हस्ताक्षर किये। यह पहला मौका है कि किसी भी शैक्षिक संस्थान, कीस डीम्ड विश्वविद्यालय, भुवनेश्वर के साथ अन्तर्राष्ट्रीय वालीबाल परिसंघ ने यह करार किया है। करारनामे के अनुसार अन्तर्राष्ट्रीय वालीबाल परिसंघ कीस में वालीबाल नालेज हब तथा कुल 20 वालीबाल कोट विकसित करेगा। साथ ही साथ वालीबाल का सतत और सघन प्रशिक्षण देगा। यह भी गौर करने की बात है कि कीस विश्व की एकमात्र ऐसी शैक्षिक संस्था हैं जहां पर प्रो.अच्युत सामंत की पहल पर कुल तीस हजार से भी अधिक आदिवासी बच्चे प्रतिवर्ष केजी कक्षा से लेकर पीजी कक्षा तक निःशुल्क उत्कृष्ट शिक्षा प्राप्त करते हैं और वह भी समस्त आवासीय सुविधाओं का निःशुल्क उपभोग करते हुए। अपनी प्रतिक्रिया में प्रो. अच्युत सामंत ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के प्रति आभार जताया, जिन्होंने ओडिशा में खेलों को सतत प्रोत्साहित कर रहे हैं और उन्हीं के मार्गदर्शन में प्रो. सामंत ने यह करार किया। प्रो. सामंत ने अन्तर्राष्ट्रीय वालीबाल परिसंघ के अध्यक्ष डॉ.आर्य एस.ग्राका एफ,स्वीतजरलैण्ड के प्रति भी हार्दिक साधुवाद व्यक्त किया।
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