श्रीनगर, नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी चाहती है कि भारत के चीन और पाकिस्तान समेत अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध हों। उमर अब्दुल्ला की यह टिप्पणी अरुणाचल प्रदेश में चीन के साथ सीमा पर तनाव और पाकिस्तान के साथ जुबानी जंग के बीच आई है।
अब्दुल्ला ने अनंतनाग में संवाददाताओं के सामने कहा कि यह तकरार चल रही है। पहले पाकिस्तान ने हमला किया, फिर हमारे विदेश मंत्री ने उसका जवाब दिया। ये बातें चलती रहती हैं। नेकां कहती रही है कि हम अपने पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं, चाहे वह चीन के साथ भारत के संबंध हों या पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश या श्रीलंका हो।
अनुच्छेद 370 को लेकर केंद्र के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं की जल्द सुनवाई के लिए भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की टिप्पणी पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमें उम्मीद है कि मामला जल्द ही सूचीबद्ध होगा और सुनवाई होगी। मुझे विश्वास है कि हमारा मामला मजबूत है और हमें अदालत से जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए न्याय मिलेगा।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी पहले दिन से ही कह रही है कि 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 हटाना जम्मू-कश्मीर के साथ धोखा था। हमारे साथ किए गए वादों की कोई समय सीमा नहीं थी। यह कहीं नहीं लिखा था कि यह 10 साल या 20 या 30 साल के लिए था। वहां यह स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है कि जब तक जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा है, जम्मू-कश्मीर में यह विशेष प्रावधान होगा। लेकिन उन्होंने इसे हमसे अवैध, असंवैधानिक रूप से छीन लिया। उन्होंने कहा कि हम इसकी बहाली के लिए लड़ रहे हैं।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जब भी नेकां सार्वजनिक बातचीत शुरू करती है तो सरकार हड़बड़ा जाती है और नेकां नेताओं की सुरक्षा वापस ले लेती है। उनका उद्देश्य हमें घर पर बैठना है और छोड़ना नहीं है, लेकिन हमने भगवान की रस्सी को पकड़ रखा है। वह मुक्तिदाता है। यहां जीवन और मृत्यु तय नहीं है। मेरे पिता हमेशा मुझसे कहते हैं कि इस तरह के फैसले पहले ही किए जा चुके हैं। हमारे चारों ओर यह सब एक भ्रम है। हम भगवान में विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा कि वे हमारी सुरक्षा छीन लें, हमें बेघर कर दें लेकिन हम उनके सामने घुटने नहीं टेकेंगे।
साभार-हिस