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मप्रः रतलाम हादसे में मरने वालों की संख्या सात हुई, मुख्यमंत्री ने किया मुआवजे का ऐलान

  •  बेकाबू ट्रक ने रविवार शाम को बस के इंतजार में सड़क किनारे बैठे लोगों को कुचल दिया था

भोपाल/रतलाम, मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में रविवार शाम को हुए भीषण सड़क हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। महू-नीमच राजमार्ग (फोरलेन) पर रतलाम जिला मुख्यालय से करीब 27 किलोमीटर दूर सातरुंडा फंटे के पास एक बेकाबू ट्रक ने सड़क किनारे बैठे लोगों को कुचल दिया था। हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई थी, जबकि दो लोगों ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं, हादसे में एक डेढ़ वर्षीय बालक समेत 10 लोग घायल हुए हैं, जिनका उपचार जारी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों और घायलों को उपचार के लिए मुआवजा देने का ऐलान किया है।

उल्लेखनीय है कि कान्हा राठौड़ निवासी ग्राम विरियाखेड़ी थाना बड़नगर (उज्जैन) के पुत्र सौर्य का मान कार्यक्रम सातरुंडा से करीब दो किलोमीदर पहाड़ी पर स्थित कंवलका माताजी मंदिर परिसर में था। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए वे, उनके स्वजन, रिश्तेदार व अन्य परिचित लोग रविवार सुबह करीब आठ बजे मंदिंर पहुंच गए थे। कार्यक्रम समाप्ति के बाद सभी लोग अपने घर जाने के लिए शाम करीब पांच बजे सातरुंडा फंटे पर यात्री प्रतीक्षालय के पास बस का इतंजार कर रहे थे। तभी भैंसे लेकर रतलाम से इंदौर की तरफ जा रहा ट्रक बेकाबू होते हुए बाइकों और लोगों को कुचलता हुआ डिवाइडर से जा टकराया। घटना की सूचना मिलने के बाद बिलपांक थाना पुलिस और स्थानीय लोगों ने घायलों को जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज पहुंचाया है। कुल 10 घायलों को जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया गया है।

रतलाम कलेक्टर नरेन्द्र कुमरा सूर्यवंशी जानकारी लगने पर तत्काल मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने बताया कि टायर फटने से ट्रक असंतुलित हुआ, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। हादसे में पांच लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी, जबकि 11 लोग घायल हुए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इधर, जानकारी मिली है कि देर रात दो गंभीर रूप से घायलों ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।

मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख की आर्थिक सहायता

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को देर रात ट्वीट के माध्यम से हादसे पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि रतलाम में ग्राम सातरुंडा के पास चौराहे पर हुई दुर्घटना में अमूल्य जिंदगियों के असमय काल कवलित व घायल होने का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि पीड़ा की इस घड़ी में परिजनों को संबल प्रदान करें। पीड़ित परिवारों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता दी जाएगी तथा घायलों के इलाज की नि:शुल्क व्यवस्था की गई है। शोकाकुल परिवार स्वयं को अकेला न समझे, हम सब परिवार के साथ हैं।

मृतकों में छह की पहचान 40 वर्षीय भरत पुत्र आत्माराम चंगेसिया निवासी ग्राम लेबड़ जिला धार, 42 वर्षीय पारस पाटीदार पुत्र शंकरलाल पाटीदार निवासी ग्राम सिमलावदा थाना बिलपांक, 42 वर्षीय भंवरलाल पुत्र गेंदालाल निवासी ग्राम बखतगढ़ जिला धार, 30 वर्षीय संगीत पत्नी पारस डामर निवासी घोड़ाघाट, 35 वर्षीय किरण निवासी घोड़ाघाट, रमेश पुत्र भीम प्रजापत निवासी बदनावर के रूप में हुई, जबकि एक महिला की पहचान नहीं हो पाई है।

हादसे में 17 वर्षीय विशाल पुत्र भंवरलाल चौरड़िया निवासी ग्राम बखतगढ़ (धार), इसकी बहन 20 वर्षीय खुशबू, आठ वर्षीय निकिता, 81 वर्षीय जगदीश पुत्र दुलाजी भैंवदिया निवासी ग्राम गटगारा (धार), 16 वर्षीय मंगल पुत्र गोपाल परमार निवासी ग्राम ढोलाना, 23 वर्षीय राखी पत्नी कन्हैयालाल निवासी ग्राम बांगरौद (रतलाम), इनका डेढ वर्षीय पुत्र कियांश, 46 वर्षीय शांतिबाई पत्नी शंभूलाल परमार निवासी ग्राम ढोलाना, इनकी बेटी 24 वर्षीय सुधा परमार। एक अन्य 35 वर्षीय महिला शामिल है।

मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव घायलों को देखने के लिए पहुंचे अस्पताल

हादसे की जानकारी मिलने के बाद प्रदेश के कैबिनेट मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव रविवार को रात करीब 12.30 बजे घायलों को देखने के लिए जिला अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने घायलों के स्वास्थ्य की जानकारी ली और चिकित्सकों को समुचित उपचार के निर्देश दिए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर घायलों को देखने के लिए आए हैं। शासन द्वारा घायलों का बेहतर से बेहतर उपचार कराया जाएगा। मृतकों के स्वजन तथा घायलों को शासन के प्रावधानों अनुसार आर्थिक सहायता स्वीकृत की जाएगी। इस मौके पर कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी भी इस दौरान मौजूद रहे।
साभार-हिस

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