श्रीनगर, पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन (पीएजीडी) ने जम्मू-कश्मीर में तेजी से बिगड़ते हालात पर चिंता व्यक्त की है। इसके लिए उन्होंने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया और कहा कि यहां के लोग हर मोर्चे पर परेशान हैं।
श्रीनगर में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएजीडी के प्रवक्ता एमवाई तारिगामी ने कहा कि शनिवार को एक बैठक में गठबंधन के नेताओं ने जम्मू-कश्मीर में वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य पर चर्चा की। इसमें पीएजीडी प्रमुख डॉ फारूक अब्दुल्ला, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, एएनसी उपाध्यक्ष मुजफ्फर शाह और अन्य शामिल थे। इन नेताओं ने कश्मीर के साथ-साथ जम्मू में तेजी से बिगड़ते हालात पर गंभीर चिंता व्यक्त की। तारिगामी ने कहा कि अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद नागरिक अधिकारों, प्रेस और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला किया जा रहा है। थानों और जेलों में निर्दाेष लोगों को भरा जा रहा है।
तारिगामी ने कहा कि जम्मू कश्मीर के लोगों को ताकत के बल पर दबाया जा रहा है। उन्होंने केंद्रीय मंत्रियों के लगातार दौरे को कश्मीर के लोगों के लिए तकलीफदेह करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि जब केंद्रीय मंत्रियों का दौरा होता है तब लोगों की एहतियातन गिरफ्तारियां शुरू हो जाती हैं। अब समय आ गया है कि यहां के लोगों और राजनीतिक दलों को जागना चाहिए। लोगों को एकजुट होकर आवाज उठानी चाहिए। तारिगामी ने आरोप लगाया कि बाहर की जेलों में अब कश्मीर के लोगों की संख्या को देखते हुए कोई क्षमता नहीं बची है।
उन्होंने बताया कि आज की बैठक में जम्मू कश्मीर के मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य, नागरिक अधिकारों, विकास और जम्मू कश्मीर की मतदाता सूचियों में अन्य राज्यों के नागरिकों को शामिल किए जाने तथा यहां डिपार्टमेंटल स्टोर में बीयर की बिक्री जैसे मामलों पर विस्तार से चर्चा हुई है।
डॉ फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि 50,000 नौकरियों का वादा किया गया था लेकिन बेरोजगार युवाओं की संख्या बढ़ रही है। यहां के अस्पतालों में डाक्टरों का घोर अभाव है।
साभार-हिस