नई दिल्ली,केन्द्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय देश के शहरों में स्वच्छ वायु सर्वेक्षण शुरू करने जा रहा है। राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) के तहत देश के 131 शहरों की रैंकिंग की जाएगी। साल 2025-26 तक वायु प्रदूषण में 40 प्रतिशत तक की कमी के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए शहरों की रैंकिंग जाएगी।
मंत्रालय के मुताबिक 131 शहरों को जनसंख्या के आधार पर तीन समूहों में वर्गीकृत किया गया है। 10 लाख से अधिक आबादी वाले पहले समूह में 47 शहर हैं। दूसरे समूह में 44 शहर हैं जिनकी आबादी 3 से 10 लाख के बीच है। तीसरे समूह में 3 लाख से कम आबादी वाले 40 शहर शामिल हैं।
प्राणा ऑनलाइन पोर्टल पर शहरों को स्व-मूल्यांकन करना आवश्यक है। यह आकलन सालाना किया जाता है। शहरों को ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, सड़क धूल प्रबंधन, निर्माण और विध्वंस कचरे के प्रबंधन, वाहनों के उत्सर्जन पर नियंत्रण और औद्योगिक प्रदूषण के संबंध में की गई गतिविधियों और उपायों के कार्यान्वयन की रिपोर्ट देनी होगी।
मंत्रालय के मुताबिक स्व-मूल्यांकन और तीसरे पक्ष के मूल्यांकन के आधार पर, प्रत्येक समूह में 3 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले शहरों को नकद पुरस्कार दिया जाएगा। यह सर्वेक्षण शहरों को वायु गुणवत्ता में सुधार के मद्देनजर कार्यों की योजना बनाने का मौका प्रदान करता है। शहरों की रैंकिंग वायु गुणवत्ता मानकों के मापन पर आधारित नहीं होगी बल्कि वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए शहरों द्वारा किए गए उपायों के आधार पर होगी।
साभार-हिस