उन्होंने आगे कहा, “भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में, जन्माष्टमी का भक्तों के लिए अत्यधिक आध्यात्मिक महत्व है। यह पर्व ‘अधर्म’ (बुराई) पर ‘धर्म’ (अच्छाई) की विजय के हमारे विश्वास को पुन: पुष्ट करता है। श्रीकृष्ण अलौकिक प्रेम, परम सौंदर्य और अनंत सुख (आनंद) के प्रतीक हैं। भगवद् गीता में उनके शाश्वत् उपदेश मानवता के लिए एक महान प्रेरणास्रोत रहे हैं।
राष्ट्रपति ने कहा, “मैं कामना करता हूं कि जन्माष्टमी का यह पर्व हमारे जीवन में शांति, सौहार्द और खुशियां लेकर आए।”
साभार -हिस