पटना, जनता दल (यू) के साथ मिलकर सरकार बनाने के बाद बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के सुर बदल गए हैं। गुरुवार को उन्होंने भाजपा पर तीखा हमला बोला। 11 अगस्त, 1942 को पटना सचिवालय पर राष्ट्र ध्वज फहराने वाले सात शहीदों की प्रतिमा पर माल्यार्पण और श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद गुरुवार को तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन के लोग जनता के लिए चिंतित रहते हैं। हम जनता के हितों के लिए काम करते हैं। इसके विपरीत भाजपा जोड़तोड़ की राजनीति में लगी रहती है। उन्होंने आरोप लगाया कि जो डरेगा भाजपा उसे आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी से डराओ, जो बिकेगा उसे खरीद लो और भाजपा में मिला लो, इस सिद्धांत पर चलती है। ऐसा देश में कई जगहों पर देखा गया है। महागठबंधन हमेशा से जनता के चेहरे पर ख़ुशी लाने के लिए काम करता है।
कई मामले में तेजस्वी के नामजद होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने तो उसके बारे में विस्तार से आप सभी को बता ही दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई सरकार बनने से बिहार में ख़ुशी का माहौल है। गरीब-गुरबों के चेहरे पर ख़ुशी है।
उल्लेखनीय है कि ललन सिंह ने बुधवार को कहा था कि आईआरसीटीसी मामले में वर्ष 2017 में आरोपपत्र दाखिल हुआ था लेकिन आज तक इसमें ट्रायल शुरू नहीं हुआ है। ललन सिंह ने तेजस्वी का बचाव करते हुए केंद्र की कार्यपद्धति और मंशा पर सवाल उठाया है। तेजस्वी ने ललन के उसी बयान का हवाला देकर अपनी बात रखी और कहा कि अब कुछ बताने को बाकी है क्या। आगे देखिए होता क्या है।
साभार -हिस