राजौरी, राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा से सटे दरहाल सेक्टर के परगाल इलाके में गुरुवार सुबह सैन्य शिविर पर हुए आतंकियों के आत्मघाती हमले के बाद नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है। इलाके में कुछ और आतंकवादियों की मौजूदगी की आशंका के चलते सुरक्षाबलों ने शिविर के आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान चलाया है।
नियंत्रण रेखा से सटे दरहाल सेक्टर के परगाल इलाके में आज सुबह आर्मी कैम्प पर आत्मघाती हमला हुआ।दोनों आतंकियों को सेना ने कुछ ही देर बाद जवाबी कार्रवाई में मार गिराया। फायरिंग के दौरान आतंकियों की गोली से सेना के तीन जवान शहीद हो गए जबकि दो अन्य घायल हो गए। शहीद हुए जवानों की पहचान सूबेदार राजेंद्र प्रसाद, राइफलमैन मनोज कुमार और राइफलमैन लक्ष्मणन डी के रूप में हुई हैं। घायलों में एक मेजर भी शामिल है। हालांकि अधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की गई है।
जम्मू के एडीजीपी मुकेश सिंह ने बताया कि जिला राजौरी से 25 किलोमीटर दूर नियंत्रण रेखा से सटे दरहाल सेक्टर के परगाल इलाके में स्थित सैन्य शिविर में लगे कंटीले तारों से आतंकियों ने रात के अंधेरे में प्रवेश किया और जवानों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। इस हमले में 5 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल जवानों को तुरंत मुठभेड़ स्थल से सुरक्षित निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया। इस दौरान अन्य जवानों ने आतंकियों पर जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी जिसमें दोनों आतंकियों को मार गिराया गया। इस बीच अस्पताल में डॉक्टरों ने 3 जवानों को शहीद घोषित कर दिया जबकि दो अन्य घायल जवानों का इलाज जारी है।
एडीजीपी का कहना है कि आतंकियों का यह आत्मघाती हमला था। इलाके में और आतंकियों की मौजूदगी की आशंका के चलते सेना और एसओजी के जवानों ने सैन्य शिविर के आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान चलाया हुआ है। नियंत्रण रेखा के आसपास के इलाकों में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है और गश्त भी बढ़ा दी गई है। सुरक्षा एजेंसियों से सूचना मिली है कि आतंकी इस तरह के और भी हमले कर सकते हैं।सुरक्षा एजेंसियों ने पहले ही स्वतंत्रता दिवस पर जम्मू व कश्मीर में आतंकी संगठनों की ओर से बड़ी वारदात की साजिश रचने का अलर्ट जारी किया था।
साभार -हिस