-
जयराम सरकार के अन्तिम विधानसभा सत्र के हंगामेदार रहने की संभावना
शिमला, हिमाचल प्रदेश विधानसभा का माॅनसून सत्र बुधवार से शिमला में शुरू होगा। सत्र के दौरान कुल चार बैठकें होंगी और सत्र के हंगामेदार रहने की संभावना है। मौजूदा जयराम सरकार का ये अन्तिम विधानसभा सत्र होगा क्योंकि इसी साल के अंत में प्रदेश में विधानसभा के आम चुनाव होने हैं। ऐसे में राज्य के दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस इस सत्र के माध्यम से प्रदेश का राजनीतिक माहौल गरमाने और इसे अपने पक्ष में करने का प्रयास करेंगे।
सत्र के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। माॅनसून सत्र के दौरान विभिन्न राजनीतिक और कर्मचारी संगठनों के प्रस्तावित धरने-प्रदर्शनों के मद्देनजर विधानसभा परिसर और इसके आस-पास सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। सत्र के पहले दिन शोक प्रस्ताव के अलावा अन्य विधायी कार्य होंगे। 11 अगस्त को गैर-सरकारी सदस्य दिवस के रूप में रखा गया है। सत्र के लिए अभी तक कुल 367 प्रश्न विधायकों ने पूछे हैं। इनमें से दो सौ 28 तारांकित और एक सौ 39 अतारांकित हैं।
माॅनसून सत्र को लेकर विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने मंगलवार को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई। उन्होंने सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों से सत्र के संचालन में रचनात्मक सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि सदन के समय का सदुपयोग जनहित से जुडे़ मुद्दे को उठाने के लिए होना चाहिए। परमार ने कहा कि प्रदेश विधानसभा की अपनी उच्च परम्पराएं और गरिमा रही हैं इसलिए सभी सदस्यों को महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा में हिस्सा लेकर हल निकालने का प्रयास करना चाहिए।
बैठक में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, मुख्य सचेतक बिक्रम सिंह जरयाल और माकपा विधायक राकेश सिंघा मौजूद रहे। इस बीच मंगलवार शाम भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों के विधायक दलों की शिमला में बैठक हुई, जिसमें माॅनसून सत्र के लिए दोनों दलों ने अपनी-अपनी रणनीति बनाई।
साभार -हिस