करीमगंज (असम), करीमगंज जिला प्रशासन ने पथारकांदी विधानसभा क्षेत्र के इचाबिल चाय बागान और आसपास के कुछ मौजा के सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे की लगभग 1,200 बीघा जमीन को खाली कराने के लिए अभियान शुरू किया है। शनिवार सुबह करीब 11 बजे से रनंगदेही मौजा इलाके में जिलाधिकारी मृदुल यादव, पुलिस अधीक्षक आईपीएस पद्मनाभ बरुवा और पथारकांदी सर्किल अधिकारी अर्पिता दत्ता मजूमदार ने भारी संख्या में पुलिस, अर्धसैनिक बल और बुलडोजर के साथ इचाबिल, राधामाधवपुर, किरते, राशिदपुर, हुसैनपुर, कॉटनपुर आदि मौजा में अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू किया है।
ज्ञात हो कि माइक के जरिए जारी चेतावनी के अनुसार निर्धारित समय से पहले ही अतिक्रमण हटाओ अभियान आरंभ हो गया, जिसको लेकर स्थानीय लोग प्रशासन से भिड़ गये। दो दिन पहले पथारकांदी सर्किल प्रशासन ने माइक के जरिए 17 जुलाई की शाम 5 बजे तक सरकारी जमीन को खाली करने का आदेश जारी किया था। इसी के चलते कई लोग घरों को छोड़कर जा रहे थे। लेकिन घोषणा के मुताबिक डेडलाइन से 30 घंटे पहले आज सुबह भारी संख्या में पुलिस और अर्धसैनिक बलों के साथ बुलडोजर के जरिए घरों को तोड़े जाने से लोग नाराज हैं। हालांकि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने आक्रोशित भीड़ को काबू में करने में कामयाबी हासिल कर ली। पता चला है कि कोटामणि में स्थित भारतीय स्टेट बैंक के किराए के मकान को भी ध्वस्त कर दिया गया है।
गौरतलब है कि भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद कानूनी प्रक्रिया के तहत सरकार की वन भूमि को खाली कराने के लिए कार्रवाई तेज की गयी है। इसमें प्रशासन को काफी सफलता भी मिलती दिखाई दे रही है। इस कड़ी में पथारकांदी में अवैध कब्जे वाली भूमि को खाली कराने के लिए जून माह के अंतिम और जुलाई माह के पहले हिस्से के दौरान पथारकांदी राजस्व सर्किल प्रशासन ने लोयाइरदेर ब्लाक के डेंगारबंद गांव पंचायत के हेलामछेरा क्षेत्र से करीब 400 बीघा सरकारी जमीन को 32 अवैध कब्जाधारियों के मकानों को ध्वस्त कर खाली कराया है। प्रशासन ने कहा है कि आने वाले दिनों में भी अवैध कब्जे को खाली कराने का अभियान जारी रहेगा।
साभार -हिस
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