कार्यक्रम के मंच पर राष्ट्रपति कोविंद की मौजूदगी में प्रधानमंत्री ने कहा कि देश का युवा जब इन परिवारवादियों को सत्ता से बाहर कर दिया तो अब यह लोग सब एक हो रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि यह कितना भी एक हो जाएं, इनको देश का युवा अब सत्ता नहीं देगा। उन्होंने कहा कि जब हम लोकतंत्र की बात कर रहे हैं तो परिवारवादी पार्टियों से बचने की जरूरत है। यह लोग लोकतंत्र का गला घोटते हैं। जो लोग परिवारवाद की व्याख्या में सही बैठते हैं वह मुझसे गुस्से में हैं और देशभर में ऐसे लोग एक हो रहे हैं। वो लोग परेशान हैं कि मोदी की बातों में युवा क्यों आ रहा है।
मोदी ने कहा, मेरी किसी राजनीतिक दल से कोई व्यक्तिगत नाराजगी नहीं है। मैं चाहता हूं कि देश में मजबूत विपक्ष हो, लेकिन विपक्ष परिवारवाद की बीमारी से मुक्त हो। जब ऐसा होगा तभी लोकतंत्र मजबूत होगा। परिवारवादी पार्टियों को सत्ता में आने से रोकना बहुत जरूरी है। मुझे विश्वास है कि भले ही सभी परिवारवादी पार्टियां एक हो जाएं लेकिन देश का युवा इनको कभी सत्ता नहीं सौंपेगा। गांव के बेटे-बेटी भी राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री बनें, इसके लिए जरूरी है कि परिवारवादी पार्टियां खत्म हों।
साभार-हिस
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