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इंडोपैकोम मुख्यालय, अमेरिकी सेना प्रशांत और प्रशांत वायु सेना मुख्यालय का दौरा किया
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रक्षा मंत्री सिंह ने भारत-अमेरिका में रक्षा सहयोग बढ़ाने की महत्वपूर्ण प्रगति पर संतोष जताया
नई दिल्ली, अमेरिकी यात्रा पर गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हवाई के होनोलूलू में बापू महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की। वह हवाई में प्रशांत के राष्ट्रीय स्मारक पर भी गए और शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद यूएस इंडोपैकोम मुख्यालय, अमेरिकी सेना प्रशांत और प्रशांत वायु सेना मुख्यालय का दौरा किया। इंडोपैकोम के कमांडर एडमिन जॉन एक्विलिनो ने उनका स्वागत किया। वार्ता के बाद रक्षा मंत्री सिंह ने भारत-अमेरिका में रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण प्रगति पर संतोष व्यक्त किया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संयुक्त राज्य इंडो-पैसिफिक कमांड (इंडोपैकोम) के मुख्यालय की संक्षिप्त यात्रा के लिए हवाई राजधानी में हैं, जो प्रमुख इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए जिम्मेदार अमेरिका के सशस्त्र बलों की एकीकृत लड़ाकू कमान है। वह बुधवार को वाशिंगटन से होनोलूलू पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले हवाई द्वीप में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह हवाई द्वीप में प्रशांत के राष्ट्रीय स्मारक पर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करने गए। उनके साथ रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार, एकीकृत रक्षा स्टाफ के प्रमुख और चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष एयर मार्शल बीआर कृष्णा और इंडोपैकोम के कमांडर एडमिरल जॉन एक्विलिनो भी थे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हवाई में इंडोपैकोम मुख्यालय का दौरा किया, जहां उनका स्वागत इंडोपैकोम के कमांडर एडमिन जॉन एक्विलिनो ने किया। रक्षा मंत्री की सभी क्षेत्रों में भारत-अमेरिका रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए इंडोपैकोम नेतृत्व के साथ व्यापक बातचीत हुई। वार्ता के दौरान एक स्वतंत्र, खुले और समावेशी इंडो-पैसिफिक और उससे आगे के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की गई।
रक्षा मंत्री ने रक्षा साझेदारी पर भारत-अमेरिका में महत्वपूर्ण प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। रक्षा मंत्री ने अमेरिकी सेना प्रशांत और प्रशांत वायु सेना के मुख्यालय का भी दौरा किया। यूनाइटेड स्टेट्स आर्मी पैसिफिक का दौरा करते समय उनके साथ रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार और यूएस आर्मी पैसिफिक के कमांडिंग जनरल चार्ल्स फ्लिन भी थे। इंडोपैकोम और भारतीय सेना के बीच व्यापक जुड़ाव है, जिसमें कई सैन्य अभ्यास, प्रशिक्षण कार्यक्रम और आदान-प्रदान शामिल हैं।
पांच दिवसीय यात्रा की शुरुआत में रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री ने अपने-अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ चौथी भारत-अमेरिका मंत्रिस्तरीय 2 2 वार्ता की सह-अध्यक्षता की थी। संवाद के बाद एक संयुक्त वक्तव्य जारी किया गया था। 2 2 वार्ता से पहले राजनाथ सिंह ने पेंटागन में अमेरिकी रक्षा सचिव के साथ अलग से द्विपक्षीय बैठक करके भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों के संपूर्ण पहलुओं की समीक्षा की और सैन्य-से-सैन्य संबंधों को आगे बढ़ाने पर सहमत हुए। रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच एक आभासी बैठक में भी भाग लिया।
साभार-हिस