नई दिल्ली, केंद्र सरकार पूर्वोत्तर क्षेत्र में किसानों को सशक्त बनाने के लिए हरसंभव कदम उठा रही है। पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के के प्रयासों से किसान आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रहे हैं। इस क्रम में उत्तर पूर्व क्षेत्र सामुदायिक संसाधन प्रबंधन सोसाइटी (एनईआरसीआरएमएस) शिलांग द्वारा इस क्षेत्र में सेब की पैदावार करने और उसे बढ़ावा देने की पहल की गई है।
पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय ने मंगलवार को एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि इस पहल की शुरूआत 2018 में पूर्वोत्तर परिषद (एनईसी), डोनर मंत्रालय, भारत सरकार से प्राप्त वित्तीय सहायता के माध्यम से की गई थी।
इस पहल को किसानों के साथ-साथ विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी एजेंसियों से बहुत ही सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई। इस सफलता के आधार पर केंद्र ने अपना समर्थन जारी रखा और वर्ष 2020-21 में प्रमोशन ऑफ लो चिलिंग एप्पल प्लांटेशन इन एनईआर ऑफ इंडिया परियोजना के दूसरे चरण की शुरुआत की।
मंत्रालय ने कहा कि विभिन्न समुदाय आधारित संगठनों (सीबीओ) से 23 लाभार्थियों की पहचान की गई। उन्हें अपनी फसल की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए जैविक उर्वरक एवं कीटनाशकों के वैज्ञानिक उपयोग पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
अरुणाचल प्रदेश सरकार में हॉर्टिकल्चर डेवलपमेंट ऑफिसर हिबू दांते ने रिसोर्स पर्सन के रूप में प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता की। दांते ने जीरो में कृषक समुदाय को सशक्त बनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा किए गए पहलों की सराहना की।उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण सीबीओ सदस्यों द्वारा अपने अंदर सूक्ष्म उद्यम की शुरूआत करने के लिए आवश्यक कौशल और दक्षताओं का विकास करने में लाभदायक सिद्ध हो रहा है।उन्होंने आयोजकों को प्रोत्साहित किया कि वेनिकट भविष्य में इस प्रकार की और ज्यादा परियोजनाओं को लागू करें।
साभार-हिस