Home / National / पर्यटन विभाग दो सौ करोड़ की लागत से बदलेगा थावे मंदिर का स्वरूप

पर्यटन विभाग दो सौ करोड़ की लागत से बदलेगा थावे मंदिर का स्वरूप

  • पर्यटन मंत्री ने की पहल, बिहार के प्रमुख शक्तिपीठ थावे को भव्य बनाने की तैयारी

  • जिला प्रशासन ने तैयार किया डीपीआर, पर्यटन विभाग को देनी है मंजूरी

पटना/गोपालगंज, बिहार के प्रमुख शक्तिपीठों में से एक गोपालगंज जिले के थावे का स्वरूप बदलने की तैयारी में पर्यटन विभाग जुटा है। पर्यटन विभाग के निर्देश पर थावे मंदिर को दिव्य व भव्य बनाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से डीपीआर तैयार कर लिया गया है। नये डीपीआर की मंजूरी पर्यटन विभाग को देनी है

पर्यटन विभाग इसके निर्माण के लिए दो सौ करोड़ तक खर्च करने की तैयारी में है। थावे मंदिर को पर्यटन के क्षेत्र में विकसित करने में धन की कमी नहीं होगी।पर्यटन विभाग के मंत्री नारायण प्रसाद व सचिव संतोष कुमार मल्ल ने व्यक्तिगत रूप से थावे मंदिर की स्थिति को देखने के बाद इस भव्य बनाने और प्रमुख पर्यटक स्थल बनाने का निर्णय लिया है।

पर्यटन विभाग से हरि झंडी मिलने के बाद डीएम डॉ नवल किशोर चौधरी ने मंदिर को देश के पर्यटन के नक्शा पर स्थापित करने के लिए पूरी तन्मयता से लगे हुए है। 10 अप्रैल को थावे महोत्सव के उद्घाटन कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री थावे को विकसित करने की घोषणा कर सकते है।

कैसे कायाकल्प होगा थावे का

थावे मंदिर का गोल चक्कर, मेन गेट, पार्किंग, मेला ग्राउंड,6-7 दुकानें, हनुमान मंदिर, विवाह भवन, वन एरिया, पार्किंग -2, पुलिस कंट्रोल रूम,मेन दुर्गा मंदिर, भीआइपी पार्किंग, गेसट हाउस, पौंड-1, एम्पी थियेटर, म्यूजियम, टॉलेट कंपलेक्स, प्राइवेट पर्पटी, ब्लॉक ऑफिस, ओल्ड बेल्डिंग,दुकानें, गोलंबर, दुकाने, यात्री निवास-1, रहषु मंदिर, यात्री निवास-2, तालाब, तालाब पर ब्रीज, जंगल एरिया, तथा बच्चों के खेलने के लिए ग्राउंड बनाने का डीपीआर तैयार किया गया है।

राज्य के करोड़ों भक्तों की आस्था का केंद्र है थावे

थावे मंदिर बिहार, नेपाल, यूपी, झारखंड के करोड़ों भक्तों के आस्था का केंद्र है। मां सिंहासनी के दर्शन के लिए लाखों भक्त पहुंचते है। प्राचीन काल से मां सिंहासनी के प्रति भक्तों में अपार आस्था है। चैत रामनवमी से यहां का ऐतिहासिक एक माह का मेला भी प्रसिद्ध था। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार थावे में मां भक्त रहसू के पुकारने पर अत्याचारी राजा मनन सेन का सर्वनाश करने के लिए कामाख्या से चलकर थावे आयी थीं और यही रह गयीं। राजा मनन सेन के चेरों वंश काल का सर्वनाश हुआ था। यहां मां के दर्शन से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती है।
थावे को भव्य बनाने में नहीं होगी कमी: मंत्री
इस बाबत पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद ने बातचीत में बताया कि थावे को पर्यटन स्थल बनाने के लिए जिला प्रशासन से डीपीआर तैयार कराया गया है। मंदिर एरिया को भव्य बनाने में कोई कमी सरकार नहीं छोड़ेगी। मंदिर और उसके आसपास का इलाका पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा।
साभार-हिस

Share this news

About desk

Check Also

Heavy rains lash Mumbai, suburbs; train services hit

Chaos in Mumbai as heavy rains wreak havoc on train services. Waterlogging, manual management, and …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *