कोलकाता, कलकत्ता हाई कोर्ट ने पुरुलिया जिले के झालदा में कांग्रेस के पार्षद तपन कुंडू की गोली मारकर हत्या के मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को सौंप दिया है। मृत पार्षद की पत्नी पूर्णिमा कुंडू द्वारा लगाई गई याचिका पर सुनवाई पूरी करने के बाद न्यायमूर्ति राजशेखर महंथा की एकल पीठ ने सोमवार को यह आदेश दिया है।
सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि मारे गए कांग्रेस पार्षद के परिवार और लोगों को न्याय में भरोसा बरकरार रहे इसलिए सीबीआई जांच के आदेश दिए जा रहे हैं। कोर्ट ने आगामी 45 दिनों के भीतर जांच पूरी कर रिपोर्ट पेश करने का आदेश भी सीबीआई को दिया है। आदेश जारी करते हुए कोर्ट ने कहा कि हत्या के बाद पुलिस ने जांच तो की है लेकिन इसमें बहुत सारी कमियां हैं।
हत्याकांड के बाद थाना प्रभारी का एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें वह तपन कुंडू को सत्तारूढ़ पार्टी में जाने के लिए दबाव बना रहे थे फर्स्ट ऑफ नहीं जाने पर परिणाम भुगतने की चेतावनी भी दे रहे थे। इतने गंभीर आरोप होने के बावजूद पुरुलिया के पुलिस अधीक्षक सेल्वा मोरगन ने थाना प्रभारी का बचाव किया था जिसे लेकर सोमवार को कोर्ट ने सवाल खड़ा किया और कहा कि जांच पूरी होने के बगैर ही एसपी का बयान अपने आप में पुलिस की भूमिका में कमियों को उजागर करता है।
उल्लेखनीय है कि 31 मार्च की शाम 4:00 बजे झालदा के गोकुलनगर में तपन कुंडू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद पुलिस ने उनके भतीजे दीपक कुंडू और भाई नरेन कुंडू को गिरफ्तार किया था जबकि हत्या के आरोप सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर लगे थे।
मृतक की पत्नी पूर्णिमा कुंडू ने उच्च न्यायालय में इस बाबत याचिका लगाकर सीबीआई जांच की मांग की थी। कांग्रेस के अधिवक्ता कौस्तव बागची ने याचिकाकर्ता का पक्ष रखा है जबकि राज्य सरकार की ओर से महाधिवक्ता सौमेंद्र नाथ मुखर्जी ने न्यायालय के समक्ष पुलिस का पक्ष रखा है। घटना के बाद राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) जांच कर रहा था लेकिन कोर्ट पुलिस जांच से संतुष्ट नहीं है।
साभार-हिस