नई दिल्ली, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एसबीबीए) ने चीफ जस्टिस एनवी रमना को पत्र लिखकर सुप्रीम कोर्ट में फिजिकल सुनवाई शुरू करने की मांग की है। एसबीबीए के अध्यक्ष विकास सिंह ने पत्र में कहा है कि कोरोना के संक्रमण में कमी आई है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए फिजिकल सुनवाई शुरू करनी चाहिए।
विकास सिंह ने पत्र में कहा है कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकार ने 7 फरवरी से स्कूल, कॉलेज, कोचिंग इंस्टीट्यूट और जिम खोलने की अनुमति दे दी है। इसके साथ ही सौ फीसदी उपस्थिति के साथ दफ्तरों को भी खोलने की अनुमति दी गई है। पत्र में कहा गया है कि दिल्ली में कोरोना पॉजिटिविटी दर घटकर 3.8 फीसदी हो गई है।
पत्र में कहा गया है कि दिल्ली के अस्पतालों में 15 हजार 426 कोरोना बेड आरक्षित हैं, जिनमें से केवल 1200 बेड पर ही मरीजों का इलाज चल रहा है। पत्र के मुताबिक जिस तरह नवंबर और दिसंबर 2021 में फिजिकल सुनवाई के दौरान वकीलों ने पूरे तरीके से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन किया, उसी तरह इस बार भी पालन करेंगे।
उल्लेखनीय है कि कोरोना की तीसरी लहर के दौरान संक्रमण बढ़ने पर 3 जनवरी से सुप्रीम कोर्ट में फिजिकल सुनवाई बंद कर दी गई थी। उसके बाद से केवल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई चल रही थी। तीसरी लहर के दौरान सुप्रीम कोर्ट के 13 जज और करीब चार सौ कर्मचारी संक्रमित हुए थे।
साभार-हिस
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