मुंबई,देश की आर्थिक राजधानी मुंबई देशी और विदेशी लोगों के लिए हमेशा आकर्षण का केंद्र रही है। अब मुंबई की खूबसूरती में और भी चार चांद लग गया है। दक्षिण मुंबई के फोर्ट इलाके में मौजूद सभी पुरातन इमारतों को नया रूप मिला है। इन धरोहरों को जनता से अवगत कराने के लिए नई संकल्पना शुरू की गई है, जिसे लोगों का अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है।
महाराष्ट्र राज्य पर्यटन विकास निगम (एमएसटीडीसी) और बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने पर्यटन को बढ़ावा देनेवाले कई निर्णय लिए हैं। इससे बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर भी मिल रहे हैं। मुंबई में हेरिटेज वॉक शुरू किया गया है। बीएमसी मुख्यालय, बॉम्बे हाई कोर्ट सहित कई पुरानी इमारतों में ”हेरिटेज वॉक” शुरू किया गया है। यह पुरातन इमारतें न केवल मुंबईकरों बल्कि देश-विदेश के पर्यटकों को भी आकर्षित करती हैं।
हाई कोर्ट अपनी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। पर्यटक शनिवार और रविवार को अवकाश के दिन सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक भवन का भ्रमण कर सकते हैं। प्रत्येक हेरिटेज वॉक की अवधि अधिकतम एक घंटा है। मराठी, अंग्रेजी और हिंदी भाषाओं में कुल तीन हेरिटेज वॉक आयोजित होती हैं। भवन में प्रवेश के लिए भारतीय पर्यटकों के लिए सौ रुपये और विदेशी पर्यटकों के लिए दो सौ रुपये शुल्क रखा गया है। हेरिटेज वॉक गेट नंबर चार से शुरू होती है। यहां से पर्यटकों को जज लाइब्रेरी, सेंट्रल कोर्ट हॉल नंबर 46, जस्टिस एमसी छागला (हाई कोर्ट के पहले भारतीय मुख्य न्यायाधीश) की मूर्ति और संग्रहालय ले जाया जाता है। वॉक का समापन जज पोर्च पर होता है। इमारत की वास्तुकला के बारे में सभी जानकारी टूर गाइड द्वारा प्रदान की जाती है। समूह को इस सैर के दौरान विशिष्ट बिंदुओं पर तस्वीरें लेने की अनुमति होती है। बॉम्बे हाई कोर्ट का उद्घाटन 14 अगस्त 1862 को हाई कोर्ट अधिनियम, 1861 के तहत किया गया था।
पर्यटन निदेशालय के संयुक्त निदेशक डॉ. धनंजय सावलकर के अनुसार बॉम्बे हाई कोर्ट की स्मारकीय संरचना की समृद्ध विरासत, इतिहास और वास्तुकला के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए महाराष्ट्र सरकार के पर्यटन निदेशालय ने हाई कोर्ट को प्रस्ताव भेजा था। हाई कोर्ट के संबंधित अधिकारियों के अनुमोदन और मार्गदर्शन के साथ कोर्ट परिसर में हेरिटेज वॉक के प्रस्ताव को स्वीकृति मिल गई। पर्यटन निदेशालय, हाई कोर्ट और टूरिस्ट गाइड एसोसिएशन के बीच करार किया गया है। पर्यटक इस संकल्पना की सराहना कर रहे हैं।
एमएसटीडीसी ने विदेशी पर्यटकों के लिए बुकिंग सुविधा उपलब्ध कराने के लिए मेक माय ट्रिप एंड गो आई बिबो नामक नामचीन वेबसाइट से करार किया है। इस सुविधा से विश्व के किसी भी कोने से न केवल पर्यटन स्थलों की पूरी जानकारी प्राप्त की जा सकती है बल्कि अन्य सेवाओं की बुकिंग भी ऑनलाइन की जा सकती है। इसी तरह मुंबई से सटे नवी मुंबई में एमएसटीडीसी रेसिडेंसी पर्यटक संकुल शुरू किया गया है।
मुंबई और उपनगर में बड़े पैमाने पर पुरातन धरोहर हैं। इन्हें देखने के लिए देश-विदेश के लोग बड़ी संख्या में आते हैं। पुरातन धरोहर के टॉप पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना पर काम चल रहा है। बीएमसी मुख्यालय, कोर्ट परिसर, मुंबई विश्वविद्यालय आदि जगहों पर हेरिटेज वॉक योजना के तहत शनिवार और रविवार को पर्यटकों को घुमाने की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई है।
हॉस्पिटैलिटी पर्यटन के लिए क्रांतिकारी निर्णय लिया गया है। राज्य में हॉस्पिटैलिटी उद्योग शुरू करने के लिए अब तक 70 अनुमति लेनी पड़ती थीं। अब केवल 10 अनुमति लेने और नौ स्वयं प्रमाण पत्र देने की जरूरत होगी। इस निर्णय से इस उद्योग से जुड़े कारोबारियों को सभी लाभ और सहूलियतें मिलेंगी। इसके लिए 2905 करोड़ रुपये का अनुबंध किया गया है। होम स्टे पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एयर बीएनबी के साथ करार किया गया है।
ऐतिहासिक किलों को देखने आनेवाले पर्यटकों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए किला पर्यटन योजना बनाई गई है। राज्य में 400 से अधिक किले हैं। इसमें भारतीय पुरातत्व विभाग के अधीन 47, राज्य पुरातत्व विभाग के अधीन 51 किले हैं। इसके अलावा 337 अवर्गीकृत किले हैं, जो राजस्व एवं वन विभाग के अधीन अथवा निजी हैं।
साभार-हिस